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यूपी में 6 महीने में 40 हजार नौकरियां; सीएम योगी का बड़ा एलान, अखिलेश यादव पर भी कसा तंज - CM Yogi Announcement

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 10, 2024, 3:15 PM IST

Updated : Sep 10, 2024, 4:36 PM IST

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हाल ही में 60,200 पुलिस कार्मिकों की भर्ती परीक्षा को सकुशल संपन्न कराया गया है. अगले छह महीने के अंदर उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से 40 हजार भर्तियों को नियुक्ति पत्र के माध्यम से जोड़ने जा रहे हैं. 60,200 पुलिस भर्ती प्रक्रिया संपन्न होने के बाद पुलिस की 40 हजार नई भर्ती को फिर से संपन्न करेंगे.

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सीएम योगी का बड़ा एलान. (Photo Credit; ETV Bharat)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब नौकरियों की बहार आ रही है. प्रदेश सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए प्रयास करने में जुट गई है. हाल ही में पुलिस भर्ती परीक्षा हुई है जिसके परिणाम आने पर 60 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों को नौकरी मिलेगी. इसके अलावा 40 हजार नौकरियां और निकाली जाएंगी. आयोगों से विभागों में खाली पड़े पदों पर प्रदेश सरकार भर्तियां करेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि सरकार का लक्ष्य युवाओं को रोजगार प्रदान करना है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हाल ही में 60,200 पुलिस कार्मिकों की भर्ती परीक्षा को सकुशल संपन्न कराया गया है. अगले छह महीने के अंदर उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से 40 हजार भर्तियों को नियुक्ति पत्र के माध्यम से जोड़ने जा रहे हैं. 60,200 पुलिस भर्ती प्रक्रिया संपन्न होने के बाद पुलिस की 40 हजार नई भर्ती को फिर से संपन्न करेंगे.

उन्होंने कहा कि उप्र शिक्षा चयन आयोग का गठन हो चुका है. इसमें भी बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यावसायिक, तकनीकी शिक्षा में हजारों पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ होने जा रही है. उप्र लोक सेवा आयोग ने भी भर्ती की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाते हुए हजारों पदों पर युवाओं को सरकारी नौकरी दी जाएगी. सीएम योगी ने कहा कि आज नियुक्ति पाने वाले युवाओं में से 124 से अधिक बालिकाएं चयनित हुई हैं.

सीएम योगी ने बिना नाम लिए अखिलेश यादव पर हमला बोला:सीएम ने कहा कि 2017 के पहले शुचितापूर्ण भर्ती संभव नहीं थी. उस समय के सभी आयोग व बोर्डों पर प्रश्न खड़े हो रहे थे. उनके कार्य व चयन संदेह के घेरे में थे. आज भी तमाम में सीबीआई जांच चल रही है. उन लोगों ने ईमानदारी से कार्य नहीं किया.

2017 के पहले युवा जब यूपी से बाहर जाता था और किसी ने पूछ लिया कि कहां से आए हो, तो यूपी का बताने पर होटल, धर्मशाला व किराए पर कमरे नहीं मिलते थे. पहचान का संकट पैदा करने वाले वही लोग हैं, जो पेपर लीक करने वाले गैंग के सरगनाओं को अपना शागिर्द बनाते थे.

नियुक्ति की भर्ती प्रक्रिया निकलने के बाद जिनकी सूची चली जाती थी और वसूली प्रारंभ होती थी. गरीब व मेधावी छात्र को नियुक्ति नहीं मिल पाती थी, बल्कि नियुक्ति बैकडोर से होती थी.

सीएम ने कहा कि जिन लोगों ने कभी अच्छा किया ही नहीं, अच्छा होने पर उन्हें बुरा लगेगा ही. वह एक्सपोज हो रहे हैं, इसलिए दुष्प्रचार का सहारा लेते हैं. उनसे पूछा जाना चाहिए कि जब उनकी सरकार थी तो क्या कर रहे थे. भर्ती प्रक्रिया क्यों पारदर्शी ढंग से नहीं हो पा रही थी. क्यों न्यायपालिका को बार-बार भर्ती प्रक्रियाओं को रोकना पड़ा था.

पुलिस में 1.55 लाख की भर्ती हो चुकी है:सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1.55 लाख पुलिस कार्मिकों के पद खाली पड़े थे. हम लोग आए तो समय सीमा के अंदर इसे भर दिया. 1.64 लाख शिक्षकों की भर्ती बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में संपन्न की. साढ़े छह लाख नौजवानों को हमारी सरकार में नौकरी मिली.

2017 के पहले भर्ती को लेकर सरकार की नीयत अच्छी नहीं थी. भ्रष्टाचार व घूसखोरी उनकी पहचान बन चुकी थी. आज प्रदेश को उससे मुक्त किया गया. ऐसे तत्वों पर लगाम कसी गई है. गिरोह का व्यक्ति परेशान होगा तो सरगना भी परेशान होगा.

परेशान होने पर कुछ न कुछ बोलेगा ही. डकैत भी बिना प्रमाण खुद को दोषी नहीं मानता. फुटेज दिखाने पर ही कहता है कि गलती हो गई. यह भी गलती करते हैं, लेकिन स्वीकार नहीं करते. इन्हें फुटेज दिखाते हैं, फिर अहसास कराना पड़ता है कि तुमने गलती की है, इसलिए जनता बार-बार ठुकरा रही है.

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Last Updated : Sep 10, 2024, 4:36 PM IST

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