धर्मशाला: प्रदेश सरकार आत्मनिर्भर हिमाचल बनाने के लिए मजबूती से आगे बढ़ रही है. इसके लिए नीतियों-कानूनों में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं. ये बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिले के देहरा और नगरोटा बगवां में जनसभाओं को संबोधित करते हुए बुधवार को कही. कांगड़ा जिले के अपने दौरे में सीएम सुक्खू ने देहरा और नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र में 784 करोड़ रुपये की 33 विकास परियोजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास किए.
इस दौरान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल सरकार युवा हितैषी सरकार है. प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में 20 हजार भर्तियां की जा रही हैं. जल शक्ति विभाग में करीब 10 हजार युवाओं को नौकरी देने के साथ ही शिक्षा विभाग में 6500, पुलिस में 1231, वन विभाग में 2061 तथा खनन विभाग में करीब 100 भर्तियां की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में रोजगार मुहैया कराने के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार में मदद की जा रही है. युवाओं के लिए भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और मेरिट आधारित बनाया गया है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वे शासन में सत्ता सुख के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं. प्रदेश में सत्ता संभालते ही उन्होंने कड़ाई से बीजेपी के भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई. लगातार प्रयासों से प्रदेश की आर्थिकी को पटरी पर लाने का काम किया. नगरोटा बगवां में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि का फॉर्म जारी करते हुए सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार 18 साल से ज्यादा आयु की सभी पात्र बच्चियों व महिलाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह सम्मान राशि देगी. इसके लिए यह फॉर्म भरा जाएगा. उन्होंने कहा कि वीरवार को मंत्रिमंडल की बैठक में इसकी अधिसूचना जारी कर दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विकास में पूर्व मंत्री जीएस बाली के योगदान को याद किया और नगरोटा बगवां के विकास के लिए आरएस बाली की प्रतिबद्धता की सराहना की.
'लोकतंत्र को कमजोर करने वालों को जनता सिखाएगी सबक'
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर जोरदार जुबानी हमला करते हुए कहा कि चुराए हुए विधायकों से सत्ता हासिल करने के बीजेपी के मंसूबे सफल नहीं होंगे. लोकतंत्र को कमजोर करने वालों को जनता सबक सिखाएगी. प्रदेश की जनता ने उन्हें पांच साल के लिए सेवा का मौका दिया है और वे इन पांच सालों में पूरी मजबूती से जन सेवा और विकास करके फिर जनता की अदालत में आएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के निशान पर जीते 6 विधायकों ने पार्टी से दगाबाजी की. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विधायकों को उनसे व्यक्तिगत विरोध हो सकता था, लेकिन पार्टी से विरोध नहीं होना चाहिए था. ये विधायक बजट सेशन से हैलीकॉप्टर से उड़े और तब से पंचकूला में आराम फरमा रहे हैं. उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि यह सोच से परे है कि पार्टी के खिलाफ जाने वालों में एक विधायक ऐसे भी थे, जिन्हें पार्टी ने पूर्व में मंत्री तक बनाया था. उनके पिता पूर्व में मंत्री और पार्टी के अध्यक्ष रहे थे. उन्होंने कहा कि सभी को मंत्री परिषद में जगह देना संभव नहीं होता है. वे खुद दो दशक से विधायक हैं और जनता के आशीर्वाद से अब मुख्यमंत्री के रूप में सेवा का मौका मिला है.