हमीरपुर: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हमीरपुर दौरे के तीसरे दिन दोसड़का में आयोजित टेबलेट वितरण समारोह एवं मुख्यमंत्री बाल पौष्टिक आहार योजना का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री का कार्यक्रम में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. सीएम सुक्खू को मंच पर पहुंचने पर शाल, टोपी पहनाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
सीएम सुक्खू ने इस दौरान कहा कि हम सभी लोगों के सहयोग से शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने का काम करना चाहते हैं और हिमाचल में सरकार बनते ही ऐसे कामों की शुरुआत की गई है. पिछली सरकार ने चार सौ के करीब मिडल, हाई और सेकेंडरी स्कूल खोल दिए थे, जिससे शिक्षा के स्तर को गिराने का काम किया गया. राजनीतिक लाभ के लिए चुनावों के समय में खोले गए ऐसे स्कूलों को बंद किया गया, क्योंकि इससे कोई लाभ नही मिल रहा था.
मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के साथ हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाना है, इसके लिए कड़े फैसले लिए गए हैं. हिमाचल में कुछ ऐसे स्कूलों में जहां पर दो छात्र और दो अध्यापक एक ही स्कूल में हैं उन स्कूलों को मर्ज करने का फैसला लिया गया है, ताकि शिक्षा में गुणात्मक सुधार हो सके. हर प्राइमरी स्कूल में पांच अध्यापक होने चाहिए और अगर पांच अध्यापक होंगे तभी बच्चों की पढ़ाई अच्छे से होगी"
वहीं, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि, 'प्रदेश में 17 हजार 510 टेबलेट का वितरण किया जा रहा है, जिससे भविष्य में शिक्षकों के साथ छात्रों को भी सार्थक लाभ मिलेगा. शिक्षा में अध्ययन के क्षेत्र में अच्छे से काम हो इसी के चलते टेबलेट बांटे जा रहे हैं. यह डिजिटलाइजेशन की ओर विभाग का महत्वपूर्ण कदम है और 16 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि का प्रावधान इस योजना के लिए रखा गया है. हिमाचल सरकार अपने सीमित संसाधनों से पौष्टिक आहार योजना भी शुरू कर रही है, जिससे सप्ताह में एक बार बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान किया जाएगा. इसका लाभ साढे़ पांच लाख से अधिक प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को मिलेगा.'
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