शिमला: हिमाचल में लोकसभा और विधानसभा की छह सीटों पर मतदान के अब 12 दिन शेष रह गए हैं. ऐसे में मतदान की तारीख नजदीक आने से प्रदेश भर में अब चुनाव प्रचार और जोर पकड़ने वाला है. नामांकन वापसी के बाद प्रत्याशियों की तस्वीर भी साफ हो गई है. इस तरह से चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दल जीत के लिए चुनावी रण में अपनी पूरी ताकत झोंकने वाले हैं. वहीं, निर्दलीय विधायक भी चुनाव जीतने के लिए पसीना बहाने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाले हैं. ऐसे में अब चुनाव प्रचार दिलचस्प मोड़ में आने वाला है.
खासकर कांग्रेस के लिए इस समय सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ही तारणहार नजर आ रहे हैं. देश भर में लोकसभा चुनाव सहित विधानसभा उपचुनाव के ऐलान के बाद से ही सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्टार प्रचारक का जिम्मा अपने कंधों पर उठा रखा है. वे प्रदेश भर में धुंआधार जनसभाएं कर रहे हैं. अब तक वे कई जनसभाएं कर मतदाताओं की नब्ज को टटोल चुके हैं. हिमाचल में आखिरी चरण में होने जा रहे मतदान के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है. ऐसे में सीएम सुक्खू का चुनाव प्रचार अभियान और जोर पकड़ने वाला है और निशाने में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे 6 बागी रहेंगे.
बागियों की अब खैर नहीं
हिमाचल में अब तक हुई जनसभाओं में सीएम सुक्खू के निशाने पर सबसे अधिक बागी ही रहे. प्रदेश में नामांकन प्रकिया के दौरान सीएम ने सभी प्रत्याशियों के साथ खड़े नजर आए. इस दौरान उन्होंने पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार के लिए रखी गई चुनावी जनसभाओं में बागियों पर तीखे हमले किए. लोगों को बताया गया कि किस तरह से बागियों ने भाजपा के प्रलोभन राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग कर पार्टी की पीठ छुरा घोंपा है. शिमला सीट से विनोद सुल्तानपुरी के पक्ष में चौड़ा मैदान में आयोजित चुनावी जनसभा ने सीएम सुक्खू ने राज्यसभा चुनाव से एक दिन पूर्व से लेकर क्रॉस वोटिंग के बाद घंटे सियासी घटनाक्रम का लोगों के सामने सिलसिले बार जिक्र किया. उन्होंने ये भी कहा था कि बागियों के खिलाफ जांच चल रही है और आने वाले समय में पार्टी से बगावत करने के पीछे रहे कारणों की सच्चाई जनता के सामने लाई जाएगी.