पटनाः पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की पुण्यतिथि अब राजकीय समारोह के रूप में मनायी जाएगी. नीतीश सरकार पहले अटल जी की जयंती राजकीय समारोह के रूप में मनाती रही है लेकिन अब पुण्यतिथि भी इसी तरह मनायी जाएगी. 16 अगस्त को पुण्यतिथि के मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने यह फैसला लिया है. इसकी जानकारी बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने दी.
सीएम पर अटल जी का विशेष प्रेमःमंत्री अशोक चौधरी ने कहा अटल जी की सरकार में हमारे नेता (नीतीश कुमार) राज्य मंत्री रहे या मंत्री, उन्हें हमेशा प्यार मिला. हमारे नेता ने बिहार का बजट 22000 करोड़ से बढ़ाकर आज 275000 करोड़ से अधिक का किया है. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का प्यार और आशीर्वाद की बड़ी भूमिका रही है.
'वाजपेयी जी के फैसले से देश समृद्ध बना' अशोक चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की. कहा कि इसलिए हमारे नेता ने उनकी पुण्यतिथि को भी राजकीय समारोह के रूप में मनाने का फैसला लिया है. अशोक चौधरी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई दल से ऊपर थे. चाहे उनका काव्य पाठ हो, उनकी लेखनी हो या राजनीति में उनके लिए गए निर्णय हो, उनके सभी फैसले हिंदुस्तान को समृद्ध बनाने के लिए था.
"सीएम नीतीश कुमार की इच्छा पर यदि अटल बिहारी वाजपेई को साल में दो बार याद किया जाएगा तो आने वाली पीढ़ी को उनसे सीखने का मौका मिलेगा. इसलिए जयंती के साथ साथ पुण्यतिथि भी राजकीय समारोह की तरह मनाया जाएगा."-अशोक चौधरी, मंत्री ग्रामीण कार्य विभाग