पटना: बिहार में जदयू के पास 16 सीटिंग सांसद हैं तो वहीं भाजपा के पास 17 सांसद. लोजपा के दोनों गुटों के पास छह सांसद हैं. जदयू की तरफ से सोलह सीटिंग सीट पर दावेदारी हो रही है. चिराग पासवान और पशुपति पारस भी अपनी डिमांड पर अड़े हैं. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी और जीतन राम माझी की पार्टी के पास फिलहाल कोई सांसद नहीं है, लेकिन सीटों को लेकर उनके तरफ से भी दावेदारी है.
सीट शेयरिंग पर फॉर्मूले के लिए मंथन : सीटों का पेंच सुलझाने के लिए फार्मूले पर मंथन लगातार हो रहा हैय लेकिन इन सब के बीच जदयू और बीजेपी लोकसभा चुनाव को लेकर एक्टिव मोड में दिखने लगे हैं. जहां बीजेपी के बड़े नेता लगातार बिहार में कार्यक्रम कर रहे हैं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीन कार्यक्रम अब तक हो चुका है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का भी कार्यक्रम हुआ है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का भी कार्यक्रम हो चुका है. अब अमित शाह 9 मार्च को पालीगंज में बड़ी रैली करने वाले हैं.
एक्शन मोड में बीजेपी-जेडीयू: बीजेपी ने संगठन के स्तर पर भी चुनाव प्रबंधन समिति का कार्यालय खोल दिया है. दूसरी तरफ जदयू के ओर से भी बूथ स्तर तक पार्टी एक्टिव मोड में दिखने लगी है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक दिन पहले सभी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और जिला अध्यक्षों और प्रभारी के साथ बैठक हो चुकी है. सभी को टास्क दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्तर पर भी पिछले 10 दिनों में हजारों करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है. सरकार के स्तर पर भी अभियान चल रहा है.
सीटिंग सीटों को बचाने की कवायद: जदयू प्रवक्ता हेमराज राम का कहना है कि ''जदयू की 16 जीती हुई सीट अमानत है और उस पर हम लोगों की दावेदारी है.''पार्टी के जिला अध्यक्षों का कहना है कि हम लोग पूरी तरह से चुनाव प्रचार में लग गए हैं. बूथ को जितने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं बीजेपी का कहना है की सीट शेयरिंग को लेकर बैठक हो रही है. कोर कमेटी की बैठक भी हुई है. इसमें अमित शाह और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे. सहयोगियों के साथ बातचीत भी चल रही है.