जगदलपुर : बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था एक मात्र सीटी स्कैन मशीन के भरोसे टिकी है. जिससे सिटी स्कैन करवाने पहुंचे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यहां आने वाले मरीज प्राइवेट संस्थानों जाकर मोटी रकम देकर सिटी स्कैन करवा रहे हैं.
टेक्निकल खामी के कारण नहीं चल रही है मशीन : आपको बता दें कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल डिमरापाल में (कम्प्यूटेड टोमोग्राफी) सीटी स्कैन मशीन टेक्निकल समस्या के कारण नहीं चल रही है. ये मशीन करीब महीने भर से खराब है. इस मशीन को सुधारने के लिए बेंगलुरु से टेक्नीशियन बुलाए गए थे. लेकिन इसके बाद भी मशीन में कोई सुधार नहीं हुआ. ऐसे में मेडिकल कॉलेज डिमरापाल के मरीजों को जिला महारानी अस्पताल सिटी स्कैन के लिए भेजा जा रहा है.
मरीज हो रहे परेशान (ETV Bharat Chhattisgarh) जिला महारानी अस्पताल में वर्क लोड दोगुना :वहीं जिला महारानी अस्पताल की एक मात्र सीटी स्कैन मशीन में लोड अब दोगुना हो गया है. आम तौर पर सामान्य दिनों में यहां 7 से 10 मरीज सीटी स्कैन कराते थे. वर्तमान में 20 से 25 मरीज सीटी स्कैन के लिए पहुंच रहे है. वहीं प्राइवेट संस्थानों में सिटी स्कैन के लिए 3500 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं.
सिटी स्कैन मशीन बिगड़ी (ETV Bharat Chhattisgarh) जिला महारानी अस्पताल में प्रतिदिन सिटी स्कैन हो रहा है. OPD के समय और इमरजेंसी के समय सिटी स्कैन सुचारू रूप से कार्य कर रहा है. पहले हर दिन 7- 10 सिटी स्कैन के मरीज अस्पताल पहुंचते थे. जो अब डिमरापाल अस्पताल में मशीन खराब होने के मरीजों की संख्या प्रतिदिन 20 हो गई है- डॉ. संजय प्रसाद, सिविल सर्जन, महारानी अस्पताल
8 किलोमीटर दूर है अस्पताल :आपको बता दें कि जिला महारानी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज अस्पताल डिमरापाल की दूरी तकरीबन 8 किलोमीटर है. ऐसे में आपात स्थिति में मरीजों को एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचने में काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्वामी आत्मानंद स्कूल में नौकरी का मौका, जानिए कैसे करें आवेदन