पटनाः बिहार सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वरोजगार करने का अवसर प्रदान कर रही है. राज्य सरकार, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और लघु उद्यम योजना के तहत युवाओं को व्यवसाय शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है. बिहार में अभी तक इस योजना का लाभ 40 हजार युवाओं को मिल चुका है. सरकार का लक्ष्य है कि यह संख्या 50 हजार तक पहुंचे. उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि इस साल अभी तक पांच लाख लोगों ने उद्यमी योजना को लेकर रेजिस्ट्रेशन करवाए हैं.
"बिहार में हर साल उद्यमी योजना को लेकर काम किया जा रहा है. इस बार विभिन कैटोगरी में 9240 लोगों को इस बात लोन देना है, जिसमें दो हजार युवाओं को, दो हजार महिलाओं को, दो हजार ओबीसी कैटोगेरी के लोगों को, दो हजार अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों को और एक हजार दो सौ चालीस अल्पसंख्यकों को लोन दिया जायेगा."- नीतीश मिश्रा, उद्योग मंत्री, बिहार सरकार
लघु उद्यम योजनाः मुख्यमंत्री ने जातीय गणना के बाद बिहार में आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार को लघु उद्यम योजना के तहत दो लाख रुपए लोन देने की घोषणा की थी, इस सवाल पर उद्योग मंत्री ने कहा कि फरवरी में इसको लेकर पोर्टल के जरिए आवेदन भी मांगे गए थे. मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत 40 हजार लोगों को लोन की पहली किस्त दी गई है. उन्होंने कहा की इस योजना को लेकर इस साल वित्तीय वर्ष को लेकर जल्द ही आवेदन भी आमंत्रित किए जाएंगे.
रोजगार देना उद्देश्यः नीतीश मिश्रा ने कहा कि लघु उद्यम योजना के तहत इस योजना के तहत 40 हजार लोगों को लोन दिया जा चुका है. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है ज्यादा से ज्यादा युवाओं को स्वरोजगार का मौका मिले. साथ ही ऐसे उद्योग के जरिए अन्य युवाओं को भी रोजगार मिले. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और लघु उद्यम योजना के तहत स्वरोजगार को लेकर विभाग लगातार काम कर रहा है. जल्द ही लघु उद्यम योजना के लोन के लिए भी आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे.