मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

स्कूल की लापरवाही ने बच्चों को रखा मेरिट लिस्ट से दूर, कर दी थी ये बड़ी गलती - Practical marks not added in board - PRACTICAL MARKS NOT ADDED IN BOARD

छिंदवाड़ा के उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही के कारण बच्चों को बोर्ड में कम मार्क्स मिले हैं. विद्यालय ने तिमाही और छमाही के प्रैक्टिकल नंबर बोर्ड को नहीं भेजे जिसे लेकर अभिभावकों ने जिला कलेक्टर को शिकायत की है.

Negligence of excellent school management kept children away from merit list
उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही ने किया बच्चों को मेरिट लिस्ट से दूर

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 28, 2024, 1:45 PM IST

छिन्दवाड़ा। उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही के कारण छिंदवाड़ा जिले के कई होनहार बच्चे मेरिट लिस्ट में आने से चूक गए. छिंदवाड़ा से बारहवीं में तीन बच्चों ने मेरिट लिस्ट में जगह बनाई लेकिन दसवीं के बच्चों को मायूसी झेलनी पड़ी. विद्यालय प्रबंधन पर बच्चों के प्रैक्टिकल के नंबर बोर्ड को नहीं भेजे जाने का आरोप लगाया गया है. इसके लिए अभिभावकों ने शिकायत भी की है और कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की भी मांग की है. बताया जा रहा है कि कई बच्चे ऐसे हैं जो प्रैक्टिकल के नंबर जुड़ जाने के बाद मेरिट लिस्ट में जगह बना सकते थे.

कलेक्टर से की शिकायत

छिंदवाड़ा उत्कृष्ट विद्यालय में दसवीं कक्षा के सैकड़ों बच्चों को स्कूल की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा. तिमाही और छमाही के प्रैक्टिकल के 5-5 अंक बोर्ड को भेजने थे, जो फाइनल रिजल्ट के साथ जोड़ा जाता है. तिमाही और छमाही के प्रैक्टिकल के मार्क्स नहीं भेजे जाने के कारण बच्चों को प्रैक्टिकल में 25 अंक तक के बदले सिर्फ 15 अंक तक ही मिल सके. जिसको लेकर अभिभावकों ने जिला कलेक्टर शीलेंद्र सिंह से शिकायत की. कहा गया कि कुछ बच्चे ऐसे भी जिन्हें ये प्रैक्टिकल के मार्क्स मिल जाते तो प्रदेश के मेरिट लिस्ट में शामिल हो सकते थे.

ये भी पढ़ें:

सब फेल कैसा खेल: MP के इस सरकारी स्कूल में 12वीं के रिजल्ट से हड़कंप, 85 में 85 स्टूडेंट्स फेल

MP बोर्ड की 10वीं-12वीं की परीक्षा में 2.20 लाख छात्रों की आई सप्लीमेंट्री, जानिए कब से भरे जाएंगे फॉर्म और कब होगी परीक्षा

सूची भेजी थी नहीं हुआ अपडेट

उत्कृष्ट विद्यालय छिंदवाड़ा के प्रिंसिपल अवधूत काले ने बताया कि "स्कूल की तरफ से माध्यमिक शिक्षा मंडल को सभी विषयों के अंकों की सूची भेजी गई थी, लेकिन बोर्ड से ही उसे अपडेट नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि सिर्फ विज्ञान विषय में ऐसा हुआ है जिसके अंक नहीं जोड़े गए हैं, जबकि सभी विषयों के अंक जोड़े गए हैं. जबकि सभी विषयों के अंक एक साथ ही भेजे गए थे. इसके लिए हमने बोर्ड से पत्राचार किया है, सुधार किया जाएगा."

ABOUT THE AUTHOR

...view details