मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

कमलनाथ का गढ़ ढहाने की तैयारी, छिंदवाड़ा में रोड शो के बाद रात रुकेंगे मोहन यादव, हो सकता है बड़ा खेल - Chhindwara Election Politics

मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट ऐसी सीट है जहां पीएम मोदी का जादू भी फेल रहा है. लेकिन, अब भाजपा ने छिंदवाड़ा में भी कमल खिलाने का इरादा कर लिया है और बड़ा फोकस इस सीट पर कर दिया है. जहां मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को यहां का प्रभारी बनाया है वहीं, सीएम मोहन यादव खुद अब रात बिताकर रणनीति बनाने जा रहे हैं.

BJP Focus on Chhindwada Seat
कमलनाथ का गढ़ ढहाने की तैयारी

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 1, 2024, 10:23 AM IST

Updated : Apr 1, 2024, 10:57 AM IST

छिंदवाड़ा। कमलनाथ का तिलिस्म तोड़ने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी है. इसके चलते सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव चौरई विधानसभा में रोड शो के बाद छिंदवाड़ा में रात्रि विश्राम कर चुनावी रणनीति बनाएंगे.

छिंदवाड़ा में मोहन यादव डालेंगे डेरा, कमलनाथ को घेरने के लिए बनेगी रणनीति

मध्य प्रदेश में बीजेपी के लिए चुनौती साबित हो रही छिंदवाड़ा लोकसभा को अपने पाले में करने के लिए बीजेपी भरसक प्रयास कर रही है. इसके चलते मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को चौरई विधानसभा में करीब 30 किलोमीटर का लंबा रोड शो करेंगे और उसके बाद छिंदवाड़ा में रात्रि विश्राम कार्यकर्ताओं के साथ कर चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे.

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को बनाया गया है छिंदवाड़ा का प्रभारी

महाकौशल में बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री और रणनीतिकार कैलाश विजयवर्गीय को क्लस्टर प्रभारी बनाया है. इसके चलते कैलाश विजयवर्गीय का फोकस छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर है. जब से इस सीट का प्रभार कैलाश विजयवर्गीय ने संभाला है तब से एक विधायक सहित करीब 5000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. कैलाश विजयवर्गीय दावा कर रहे हैं कि इस बार छिंदवाड़ा लोकसभा सीट बीजेपी 5 लाख वोटों से जीतेगी.

ये भी पढ़ें:

छिंदवाड़ा में कमलनाथ को बूथ पर बैठने नहीं मिलेंगे ऐजेंट, चल रही भीषण आंधी- कैलाश विजयवर्गीय

कांग्रेस करने वाली थी विदिशा सीट पर उम्मीदवार घोषित, इससे पहले ही शशांक ने मार ली पलटी

कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का मुकाबला बीजेपी के विवेक बंटी साहू से

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे और सांसद नकुलनाथ को फिर से मौका दिया है तो, वहीं भाजपा ने जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू को मुकाबले में उतारा है. विवेक बंटी साहू इसके पहले दो विधानसभा चुनाव कमलनाथ के मुकाबले लड़कर हार चुके हैं. कमलनाथ जहां अपने पिछले 44 सालों के विकास का हवाला देकर जनता से अपने रिश्ते बताकर वोट मांग रहे हैं, तो वहीं बीजेपी मोदी के विकास और गारंटी का हवाला दे रही है.

Last Updated : Apr 1, 2024, 10:57 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details