छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र कल से, 20 साल बाद सीएम पेश नहीं करेंगे बजट
छत्तीसगढ़ में 5 फरवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरु होने जा रहा है. विष्णुदेव साय सरकार कल अपना पहला बजट पेश करेगी. इस सत्र के लिए विधायकों ने अब तक 2171 सवाल लगाए हैं. जिसे देखते हुए इस सत्र के दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच जोरदार हंगामे के आसार दिख रहे हैं.
रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा का बजट सत्र 5 फरवरी से शुरु होगी. जिले लेकर पक्ष औप विपक्ष दोनों अपनी अपनी तैयारी में जुटे हैं. सरकार की ओर से पेश किये जाने की तैयारी पूरी कर ली गई है. वहीं सभी विधायकों द्वारा सवाल लगाने का सिलसिला भी जारी है. इस विधानसभा सत्र के दौरान जमकर हंगामे के आसार हैं. छठवीं विधानसभा के पहला बजट सत्र 05 फरवरी से 05 मार्च तक चलेगा.
20 साल बाद सीएम पेश नहीं करेंगे बजट:छत्तीसगढ़ विधानसभा में कल साय सरकार का पहला बजट पूर्व आईएएस और रायगढ़ विधायक व वित्त मंत्री ओपी चौधरी पेश करेंगे. यह 18 साल बाद दूसरा मौका होगा जब प्रदेश के सीएम बजट पेश नहीं करेंगे. क्योंकि 20 साल से रमन सरकार (15 साल) और भूपेश सरकार (5 साल) के समय वित्त विभाग का प्रभार मुख्यमंत्री अपने पास ही रखते आये हैं. इससे पहले साल 2000 से 2003 तक अजीत जोगी सरकार में वित्त मंत्री के रूप में कोरिया के राजा रामचंद्र सिंहदेव ने बजट पेश किया था.
विधायकों ने लगाए हैं कुल 2171 सवाल: जानकारी के मुताबिक, अब तक बजट सत्र के लिए विधायकों द्वारा कुल 2171 सवाल लगाए जा चुके हैं. जिसमें से 1033 तारांकित और 1034 अतरांकित सवाल हैं. बजट सत्र के दौरान विपक्षी सदस्य जहां सरकार को मोदी की गारंटी और अन्य वादों पर घेरते की कोशिश करेंगे. वहीं सत्ता पक्ष के सदस्य भूपेश सरकार में हुए घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोपो को लेकर कांग्रेस को घेरने की कोशिश करेंगे.
एक दूसरे को घेरने में जुटे पक्ष विपक्ष: प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार को अभी लगभग 2 महीने बीत चुके हैं. इस बीच साय सरकार कल अपना पहला बजट पेश करने जा रही है. भाजपा विपक्ष को घेरने के लिए रणनीति तैयार करने में जुटी है. वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भले ही सत्ता से बाहर हो गई है, लेकिन विपक्ष ने भी साय सरकार को घेरने की रणनीति बना रखी है. कांग्रेस पार्टी शुरू से ही साय सरकार पर हमलावर है. ऐसे में इस सत्र के काफी हंगामेदार रहने के आसार हैं.