छतरपुर। नगर पालिका परिषद छतरपुर में पदस्थ अमन खरे ने दुकान आवंटन करने के नाम पर घोटाला किया है. अमन खरे के खिलाफ दुकान लेने वाले हितग्राही मनोज कुमार जैन की शिकायत पर कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. मनोज जैन द्वारा जो सबूत रखे गए हैं, उसके मुताबिक अमन खरे द्वारा साढ़े 11 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है, जिसमें नगर पालिका के अन्य कर्मचारियों के शामिल होने का शक है. इसके अलावा पीड़ित ने दो और लोगों पर भी आरोप लगाए हैं.
पीड़ित के पास रकम जमा करने की रसीद भी है
फरियादी मनोज कुमार जैन के मुताबिक "टैक्स सहित अन्य कामों के चलते वह नगर पालिका आता-जाता रहता था. तभी उसकी मुलाकात अमन खरे से हुई. धीरे-धीरे जान पहचान बढ़ गई. एक दिन अमन खरे अपने भाई के साथ आया और उसके द्वारा कहा गया कि नगर पालिका द्वारा दुकानें आवंटित होना है. तुम भी एक दुकान ले लो." इसके बाद मनोज जैन तैयार हो गया और उसके द्वारा 11 लाख 50 हजार अमन खरे को दिए गए. जिसकी रशीद भी है. इसके अलावा उसके द्वारा रकम देते समय वीडियो कवरेज भी किया गया.
नगर पालिका और कोतवाली में की गई शिकायत
मनोज कुमार जैन का आरोप है "जब उसके द्वारा दस्तावेज तैयार किए गए, तब बड़े बाबू द्वारा भी सारे दस्तावेज देखकर हरी झंडी दी गई थी. इस कारण बड़े बाबू ठाकुरदास अहिरवार का भी इस कांड में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है. अमन खरे व अन्य लोगों के खिलाफ छतरपुर की मुख्य नगर पालिका अधिकारी से शिकायत की है. साथ ही आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में भी सबूतों के साथ मामला दर्ज कराया है." कोतवाली पुलिस ने अमन खरे के खिलाफ तो धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अमन खरे के भाई और खासकर नगर पालिका में पदस्थ बाबू ठाकुरदास अहिरवार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.