राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

गोदाम से टैंकरों से चुराया जा रहा था अत्यंत ज्वलनशील केमिकल, संचालक समेत 3 गिरफ्तार, भारी मात्रा में केमिकल जब्त

एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने ज्वलनशील केमिकल चुराने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. फोर्स ने गिरोह के सरगना सहित दो अन्य को गिरफ्तार किया है. बड़ी मात्रा में केमिकल, नकदी, वाहन और उपकरण जब्त किए गए हैं.

Chemical theft case in Jaipur
भारी मात्रा में केमिकल जब्त

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 24, 2024, 7:13 PM IST

जयपुर.राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने केमिकल के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया है. हाइवे पर सीएनजी और पेट्रोल पम्प के बीच गोदाम में टैंकरों से अत्यंत ज्वलनशील केमिकल चुराया जा रहा था. 30 हजार लीटर केमिकल से भरा टैंकर, 28 ड्रमों से 6000 लीटर केमिकल, चोरी में प्रयुक्त उपकरण सहित 1.25 लाख नगद बरामद किए गए हैं.

एडीजी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन के मुताबिक एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की टीम ने थाना मनोहरपुर इलाके में दिल्ली-अजमेर हाइवे पर स्थित नवलपुरा गांव में गोदाम में हो रहे अत्यंत ज्वलनशील केमिकल के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया है. टीम ने गिरोह के सरगना और दो अन्य साथियों को गिरफ्तार कर 60 लाख रुपए कीमत का ज्वलनशील पदार्थ केमिकल, 1.25 लाख नगद, तीन वाहन और चोरी में प्रयुक्त उपकरण जब्त किए हैं.

पढ़ें:राजस्थान-पंजाब बॉर्डर पर 25 लाख रुपए की अवैध शराब जब्त, दो तस्कर गिरफ्तार

आईजी प्रफुल्ल कुमार की पर्यवेक्षण और एजीटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश के सुपरविजन में गठित टीम प्रभारी एएसआई बनवारी लाल शर्मा को मनोहरपुर थाना अंतर्गत नवलपुरा गांव में स्थित गोदाम पर ड्राइवर से सांठगांठ कर टैंकरों से केमिकल चोरी किए जाने की सूचना मिली थी. सूचना की पुष्टि के लिए एएसआई बनवारी लाल शर्मा के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार, सोहन सिंह और कांस्टेबल जितेंद्र कुमार की टीम गठित कर आसूचना संकलन के लिए भेजी गई.

टीम ने दो दिन लगातार गोदाम की रैकी की. इस दौरान करीब 25-26 टैंकर गोदाम में आते-जाते दिखाई दिए. सूचना की पुष्टि होने के बाद थाना पुलिस के सहयोग से गोदाम में दबिश दी गई. सीएनजी और पेट्रोल पंप के बीच स्थित है. गोदाम मनोहरपुर थाना इलाके के नवलपुर गांव में दिल्ली अजमेर एक्सप्रेस हाइवे पर स्थित यह गोदाम सीएनजी और पेट्रोल पंप के बीच स्थित है. टैंकरों से अत्यंत ज्वलनशील केमिकल निकालने के दौरान थोड़ी सी चूक से बड़ी जन-धन हानि होने की प्रबल संभावना है.

पढ़ें:सीआईडी सीबी व भीलवाड़ा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 95 लाख रुपए के मादक पदार्थ जब्त

टैंकर से केमिकल चुराते तीन गिरफ्तार: दबिश के समय एक गुजरात नंबर के टैंकर से बूस्टर मोटर पंप के माध्यम से पाइप से ड्रमों में केमिकल निकाला जा रहा था. मौके से गोदाम के संचालक मनोहरपुर निवासी कृष्ण कुमार और कर्मचारी डीडवाना कुचामन निवासी गजेंद्र सिंह और बाड़मेर निवासी उगमा राम को गिरफ्तार कर लिया है. टैंकर चालक और कृष्ण कुमार का पार्टनर वैशाली नगर जयपुर निवासी मनोज सोनी भाग गए.

30 हजार लीटर ज्वलनशील केमिकल से भरा टैंकर कीमत करीब 50 लाख, 28 ड्रमों से चुराया हुआ करीब 6000 लीटर कैमिकल कीमत करीब 10 लाख, करीब 1.25 लाख रुपए नकद, एक पिकअप, एक बाइक, 25 खाली ड्रम, 20 जरीकेन, ग्राइंडर मशीन, छोटी वेल्डिंग मशीन, बूस्टर मोटर पंप, दो इलेक्ट्रिक कांटे, तरल पदार्थ नापने का गेज, ड्रिल मशीन, सील करने की किट, सील करने वाले वायर और चोरी में प्रयुक्त पाइप जब्त किए गए.

पढ़ें:नाका तोड़कर रास्ते में चालक ने खड़ी की कार, 11 लाख का डोडा चूरा जब्त, चालक फरार

जमानत मिलते ही फिर से करने लगा चोरी: आरोपी कृष्ण कुमार साल 2012 में सफेदा फॉर्म के पास दिल्ली अजमेर रोड पर किराए की दुकान में टैंकरों से केमिकल की चोरी करता था. उस समय हरमाड़ा पुलिस ने केमिकल चोरी करते हुए इसे पकड़ जेल भेज दिया. एक महीने बाद जमानत होने के कुछ समय बाद ही आरोपी ने मनोहरपुर थाना इलाके में गोदाम ले लिया.

रोजाना करीब 3 लाख रुपये का कारोबार: पूछताछ में आरोपी कृष्ण कुमार ने बताया कि चालकों की सांठगांठ से एक टैंकर 100 से 500 लीटर केमिकल चुरा ड्रमों में भर लिया जाता है. 1 दिन में करीब 3 लाख और महीने में एक से डेढ़ करोड़ रुपए तक कमा लेते थे. 220 लीटर के 10 ड्रम और पिकअप में लोड कर जाटावाली में श्रवण, योगेश और महेश को बेच देता था. बाकी माल को बड़ी गाड़ी से मनोज सोनी दिल्ली-हरियाणा ले जाकर बेच आया करता है.

बगैर सील हटाए करते हैं चोरी: जैसे ही कोई टैंकर गैराज में आता, तो आरोपी उगरा राम और गजेंद्र सिंह टैंकर के ढक्कन के नट को ग्राइंडर से काटकर ढक्कन इस प्रकार खोलते की कंपनी की लगाई सील ना टूटे. केमिकल चुराने के बाद नट को उसी स्थिति में वापस वेल्डिंग मशीन से वेल्ड कर देते थे. कंपनी से केमिकल टैंकर में लोड होकर के बाद कंपनी टैंकर का वजन लेकर बिल्टी बनाकर ड्राइवर को देती है. तेल चुराने के बाद वजन की पूर्ति के लिए ड्राइवर उतना ही वजन गाड़ी की केबिन या बॉडी में छुपा देता था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details