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चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर सियासत तेज, आमने-सामने बीजेपी, AAP और कांग्रेस - Chandigarh Mayor Election

Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर राजनीति तेज हो गई है. मेयर चुनाव को लेकर बीजेपी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता लगातार एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 24, 2024, 1:00 PM IST

चंडीगढ़: चंडीगढ़ मेयर चुनाव की अगली तारीख जल्द ही तय होने वाली है. इससे पहले मेयर चुनाव को लेकर सियासत चरम पर पहुंच चुकी है. बीजेपी लगातार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर आरोप लगा रही है कि वह अपने पार्षदों को धमका कर अपने साथ रख रहे हैं. वहीं, दूसरी और आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी हर हाल में इस चुनाव को गलत रूप दे रही है, जिसके चलते इन चुनाव की तारीख आगे बढ़ाई जा रही है.

कांग्रेस और आप का आरोप: कांग्रेस और आप का कहना है कि बीजेपी के पास पार्षद पूरे नहीं होने के चलते मेयर का चुनाव हार रही है ऐसे में पूरी कोशिश कर रही है कि जैसे-तैसे आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों की खरीद फरोख्त की जाए. कांग्रेस और आप का कहना है कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद भी बीजेपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है.

मेयर चुनाव को लेकर प्रशासन का रवैया समझ से परे- पवन बंसल: चंडीगढ़ मेयर के चुनाव में देरी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन बंसल ने कहा है कि प्रशासन चाहता तो एक प्रीसाइडिंग ऑफिसर लगा कर बिना किसी देरी के चुनाव करवा सकता था. लेकिन, क्योंकि बीजेपी के पास जीत का आंकड़ा नहीं है इसलिए लगातार इसे लटकाया जा रहा है. संविधान की अवहेलना करके शहर के संवैधानिक अधिकार को छीना जा रहा है और पैसे की बर्बादी की जा रही है. अब तो पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने भी इस पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि मेयर चुनाव के लिए प्रशासन की तरफ से दी गई 6 फरवरी की तारीख अदालत को मंजूर नहीं है. अदालत ने प्रशासन को बुधवार, 24 जनवरी तक चुनाव से जुड़े पूरे प्रोग्राम को पेश करने के आदेश दिए हैं. कोर्ट ने कहा है कि अगर प्रशासन तारीख नहीं बताता है तो अदालत इस मामले में आदेश जारी करेगा. वहीं, पवन बंसल ने कहा है कि अब तो कम से कम प्रशासन को बीजेपी की कठपुतली ना बनते हुए लोकतंत्र को बचाने की कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि चंडीगढ़ के इतिहास में ऐसा पहली बार है कि मेयर चुनाव की वजह से चंडीगढ़ जग-हंसाई का मुद्दा बन रहा है.

क्या कहना है आम आदमी पार्टी का?: चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर हाई कोर्ट की सख्त टिप्पणी पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रेम गर्ग ने कहा कि अब तो बीजेपी कोर्ट का आदेश मानने से भी कतरा रही है. उन्होंने कहा कि हमें हाईकोर्ट पर पूरा भरोसा है और आखिर में लोकतंत्र का ही डंका बजेगा. बीजेपी के पार्षदों को धमकाने के इल्जाम पर प्रेम गर्ग ने कहा कि हमने तो अपने सभी पार्षदों की वीडियो तक जारी की है, ताकि जनता देख ले सुन ले समझ ले कि हमारे पार्षद किसी दबाव में नहीं है. जहां तक बात है कि हमारे पार्षद रोपड़ में क्यों है तो कांग्रेस के पार्षद भी अमृतसर गोल्डन टेंपल और राम तीर्थ में नजर आ रहे हैं.

प्रेम गर्ग का कहना है कि बीजेपी की ओछी राजनीति की वजह से हमें अपने पार्षदों को शहर से दूर रखना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जानबूझकर इलेक्शन को टालना, बीजेपी की घबराहट को स्पष्ट करता है. उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि मेयर के चुनाव पारदर्शिता से होंगे और मेयर इंडिया ब्लॉक का ही बनेगा. साथ ही बीजेपी की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी.

बीजेपी का कांग्रेस और आप पर गंभीर आरोप: बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके अरुण सूद ने बताया कांग्रेस और आम आदमी पार्टी उन पर झूठे आरोप लगा रही है. यह सोचने वाली बात है कि जब हर एक व्यक्ति को अपना फैसला लेने का अधिकार है तो ऐसे में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अपने पार्षदों का फोन बंद करके उन्हें ऐसी जगह पर ले जाकर जहां कोई उन्हें नहीं जानता. इसे धमकाना नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे. इस दौरान अगर किसी भी पार्षद के परिवार में कोई भी इमरजेंसी आती है तो क्या उन्हें तब भी बंधक बना कर रखा जाएगा. इस समय कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के फोन भी बंद किए गए हैं. इससे साफ हो जाता है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अपने पार्षदों को धमका कर रख रही है. वहीं, कोर्ट के फैसले से बीजेपी का कुछ लेना-देना नहीं है.

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