फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में एक बार फिर हवा जहरीली हो गई है. एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक जोन में पहुंच गया है. जिले में AQI लेवल 400 के करीब पहुंच गया है. इसी के मद्देनजर एक बार फिर जिले में ग्रेप-4 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) लागू कर दिया है. जिसकी वजह से शहर में अलग-अलग जगह चल रहे निर्माण कार्य को पूरी तरह से रोक दिया गया है. जो लगभग 50 करोड़ का है, इसमें मुख्य रूप से बड़खल झील का जीर्णोद्धार, स्मार्ट सिटी का विकास कार्य, नगर निगम मुख्यालय का निर्माण, सूरजकुंड रोड पर पैच का काम, फरीदाबाद महानगर प्राधिकरण द्वारा शहर में चौराहों का निर्माण कार्य शामिल है.
डीजल वाहन पर प्रतिबंध: इसके अलावा, ग्रेप-4 के तहत BS6 की गाड़ियों को छोड़कर अन्य डीजल वाहन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिसके चलते फरीदाबाद के उद्योग पर सीधा असर पड़ा है. क्योंकि ट्रको द्वारा ही फरीदाबाद से बाहर और फरीदाबाद के अंदर माल आता जाता था. जो पूरी तरह से ठप हो गया है, जिसके चलते करोड़ों रुपए का नुकसान उद्योग जगत को हो रहा है.
जहरीली हवाओं पर लगाम कब!: इसके अलावा, जिले में निर्माण कार्य बंद हो गया है तो वही क्रेशर जोन को भी बंद कर दिया गया. ग्रेप-4 को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि ग्रेप-4 सख्ती से लागू कर दिया गया है. इसको लेकर सभी अधिकारियों को आदेश भी दिए गए हैं कि ग्रेप-4 के पाबंदियों को पूरी तरह से पालन किया जाए, जिससे शहर की बिगड़ी जहरीली हवाओं पर लगाम लग सके और यही वजह है कि जो इन पाबंदियों का जो उल्लंघन कर रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और चालान भी किया जा रहे हैं.
फरीदाबाद में वर्क फ्रॉम होम: वहीं, फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह द्वारा जिला फरीदाबाद के सभी निजी संस्थानों और कॉर्पोरेट कार्यालयों को निर्देश दिया गया है कि अपने कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से अगले आदेश तक घर से काम करने के लिए आदेश दें. वहीं, उन्होंने बताया कि अगले आदेश तक फ़रीदाबाद के सभी सार्वजनिक कार्यालयों में निम्नलिखित कार्यालय समय प्रभावी रहेगा. राज्य सरकार के अधीन कार्यालय सुबह 9 बजकर 30 मिनट से शाम 5 बजकर 30 मिनट तक तथा नगर निगम, फरीदाबाद के अंतर्गत कार्यालय सुबह 8:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक रहेगा. हालांकि स्कूल को लेकर प्रशासन द्वारा भी कोई फैसला नहीं लिया गया है.
शहर में लगा ग्रेप-4: आपको बता दें एक हफ्ते पहले भी बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर ग्रेप-4 को जिले में लागू कर दिया गया था. जिसके बाद से प्रदूषण में कमी देखने को मिली थी फिर ग्रेप-4 को हटा दिया गया था और सभी काम सामान्य रूप से होने लगे थे. लेकिन एक बार फिर जिले की हवा जहरीली हो गई है और यही वजह है कि जिले में ग्रेप-4 फिर से लागू कर दिया गया है.
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