चंडीगढ़: किसानों के समर्थन में वीरवार को खाप प्रतिनिधियों ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सतरोल खाप के प्रतिनिधि सतीश ने पत्रकारों के माध्यम से सभी किसान संगठनों से एकजुट होने की अपील की. उन्होंने कहा कि 29 दिसंबर 2024 को हिसार में महापंचायत बुलाई गई है. इसके लिए सभी किसान, सामाजिक संगठन और खापों को निमंत्रण दिया जा रहा है. इस महापंचायत में आगे क्या करना है. उसकी रणनीति बनाई जाएगी. सतीश ने कहा कि महापंचायत में किसान संगठनों के बीच मनमुटाव को दूर करने की कोशिश की जाएगी.
खाप पंचायतों का किसान आंदोलन को समर्थन: सतरोल खाप के प्रतिनिधि सतीश ने कहा कि हम किसान आंदोलन का समर्थन करते हैं, क्योंकि से किसी एक किसान की नहीं, बल्कि सारे किसानों की लड़ाई है. उन्होंने कहा कि पहले किसान आंदोलन के दौरान हरियाणा में तीन धरने चल रहे थे. 102 खापों ने आंदोलन का साथ दिया था. 11 सदस्य कमेटी इसके लिए बनी थी. जिसे चुनाव के दौरान स्थगित कर दिया गया था. अब फिर से हरियाणा में भी आंदोलन शुरू किया जाएगा.
हिसार में होगी महापंचायत: 29 दिसंबर 2024 को हिसार में महापंचायत बुलाई जा रही है. इस पंचायत के लिए सभी किसान संगठन, सामाजिक संगठन और खापों को निमंत्रण दिया जा रहा है. इस महापंचायत में आगे क्या करना है. उसकी रणनीति बनाई जाएगी. उन्होंने कहा "हम चाहते हैं कि सभी किसान संगठन किसानों के आंदोलन में एक हो. देश के सभी किसान संगठन को आगे आना चाहिए, एमएसपी किसी एक किसान को नहीं मिलेगी, सभी किसानों को मिलेगी."
किसानों संगठनों के मनमुटाव को दूर करेगी खाप? सतरोल खाप के प्रतिनिधि सतीश ने कि ये मांग सभी किसानों की है. किसी एक किसान संगठन की नहीं है. हमारी महापंचायत में हम सभी किसान संगठनों को बुला रहे हैं, ताकि हम इनके आपसी मनमुटाव को दूर कर सकें. खाप पंचायतें किसानों के हित के लिए उनके साथ हमेशा खड़ी है. केंद्र से हमें एमएसपी की गारंटी मिलनी चाहिए. खापों की ग्यारह सदस्य कमेटी किसानों के आंदोलन को समर्थन दे रही है.
सरकार को चेतावनी: खाप प्रतिनिधि ने कहा कि हमने किसानों के समर्थन में आंदोलन किया था. चुनाव के चलते हमने उनको स्थगित किया था. हमने इनको एक करने के लिए हिसार के बास गांव में महापंचायत बुलाई है. हम सभी किसान संगठनों को एक करने की कोशिश करेंगे, ताकि सभी किसान संगठनों को आंदोलन में एक किया जाए. हम सरकार को चेताना चाह रहे हैं और प्रार्थना कर रहे हैं कि अगर सरकार जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को लेकर सरकार चिंतित है, तो दस दिन के अंदर किसानों से बात करने के लिए प्रतिनिधि मंडल भेजे अगर कोई अनहोनी होती है, तो इसकी जिम्मेदार सरकार होगी.
किसान नेता जगजीत सिंह की सेहत पर जताई चिंता: सतीश ने कहा कि 13 दिसंबर को खापों की कमेटी किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने खनौरी बॉर्डर पर गई थी. उनकी सेहत के लिए हम प्रार्थना करते हैं. किसान नेता जगजीत ने कहा था "मेरी जान एमएसपी के लिए शहीद हुए किसानों से ज्यादा कीमती नहीं है." सतीश ने कहा कि निहत्थे किसानों पर लाठीचार्ज हो रहा है और आंसू गैस के गोले फेंके जा रहे हैं. हमने चुनाव के चलते तीन जगह धरने स्थगित कर दिए थे. अब सभी खापें किसानों की मांगों के समर्थन में है.