चेन्नई: तमिलनाडु में निलंबन के विरोध में सैमसंग के कर्मचारी 17 दिन से धरने पर बैठे हैं. पिछले महीने सैमसंग इंडिया फैक्ट्री में सीआईटीयू यूनियन के गठन के लिए विरोध प्रदर्शन करने वाले तीन कर्मचारियों गुनासेकरन, शिवनेसन और मोहनराज को अनुशासनात्मक कार्रवाई के नाम पर निलंबित कर दिया गया था.
पिछले साल कर्मचारी यूनियन मान्यता और वेतन वृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए थे. इसके बाद तमिलनाडु सरकार के श्रम कल्याण विभाग ने कर्मचारियों और सैमसंग प्रबंधन के बीच कई दौर की बातचीत की और यूनियन बनाने का आश्वासन दिया.
इसके बाद सीआईटीयू के कर्मचारियों ने सैमसंग फैक्ट्री के 3 कर्मचारियों के निलंबन के खिलाफ फैक्ट्री परिसर में धरना दिया. वे पिछले 17 दिनों से धरना दे रहे हैं. दो दिन पहले श्रम विभाग ने चेन्नई के तेनाम्पेट में त्रिपक्षीय बैठक की थी. तब भी सैमसंग इंडिया प्रबंधन ने साफ कहा था कि वह कुछ और कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा.
सैमसंग प्रबंधन के इस जवाब से असंतुष्ट होकर प्रदर्शनकारी कर्मचारी कथित तौर पर ठेका कर्मचारियों के जरिए उत्पादन ठप कर दिया गया. इस बीच, ठेका कर्मचारियों के जरिए उत्पादन रोकने के आरोप में अनुशासनात्मक कार्रवाई के तौर पर सैमसंग इंडिया ने 13 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया.
इससे नाराज सैमसंग इंडिया के कर्मचारियों ने फैक्ट्री परिसर के अंदर अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया. वहीं, फैक्ट्री परिसर में पुलिस तैनात कर दी गई है. बता दें कि, निलंबित किए गए सभी 13 कर्मचारी सीआईटीयू ट्रेड यूनियन के हैं.
बता दें कि, कांचीपुरम जिले के सुंगुवरचत्रम इलाके में सैमसंग इंडिया की फैक्ट्री है. इस फैक्ट्री में एसी, वॉशिंग मशीन, टीवी और अन्य घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्माण होता है. फैक्ट्री में 1500 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं.
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