नई दिल्ली: भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने यह दावा करके नया विवाद खड़ा कर दिया है कि बैंकों ने उनसे दोगुनी से भी ज्यादा रकम वसूल की है. हाल ही में सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक पोस्ट में माल्या ने कहा कि बैंकों ने उनसे 14,131 करोड़ रुपये से ज्यादा वसूल लिए हैं, जबकि कर्ज वसूली न्यायाधिकरण ने किंगफिशर एयरलाइंस (KFA) के लोन को 6,203 करोड़ रुपये आंका था, जिसमें 1,200 करोड़ रुपये का ब्याज भी शामिल है.
उनकी यह टिप्पणी संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा उनकी जब्त संपत्तियों से 14,130 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली के बारे में दिए गए बयान के बाद आई है. माइक्रो ब्लॉगिंग साइट X पर पोस्ट की एक सीरीज में माल्या ने तर्क दिया कि जब तक प्रवर्तन निदेशालय (ED) और बैंक कानूनी तौर पर अतिरिक्त वसूली को सही नहीं ठहरा सकते, तब तक उन्हें राहत मिलनी चाहिए.
The Debt Recovery Tribunal adjudged the KFA debt at Rs 6203 crores including Rs 1200 crores of interest. The FM announced in Parliament that through the ED,Banks have recovered Rs 14,131.60 crores from me against the judgement debt of Rs 6203 crores and I am still an economic…
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) December 18, 2024
'मैं अभी भी एक अपराधी हूं'
उन्होंने यह भी दावा किया कि लोन और ब्याज का पूरा भुगतान करने के बावजूद उन्हें गलत तरीके से 'आर्थिक अपराधी' करार दिया गया है. माल्या ने लिखा कि वित्त मंत्री ने संसद में घोषणा की है कि प्रवर्तन निदेशालय के माध्यम से बैंकों ने 6203 करोड़ रुपये के कर्ज के बदले मुझसे 14,131.6 करोड़ रुपये वसूल किए हैं. मैं अभी भी एक आर्थिक अपराधी हूं. जब तक प्रवर्तन निदेशालय और बैंक कानूनी रूप से यह उचित नहीं ठहरा सकते कि उन्होंने दोगुने से अधिक ऋण कैसे लिया है, मैं राहत पाने का हकदार हूं, जिसके लिए मैं प्रयास करूंगा."
निर्मला सीतारमण ने क्या कहा था?
निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में सप्लीमेंट्री डिमांड फॉर ग्रांट्स के पहले बैच पर बहस का जवाब देते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि माल्या की 14,131.6 करोड़ रुपये की संपत्ति सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को वापस कर दी गई है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय प्रवर्तन एजेंसी ने लगभग 22,280 करोड़ रुपये की संपत्ति सफलतापूर्वक वापस कर दी है - जिसमें केवल बड़े मामले शामिल हैं.
गौरतलब है कि मार्च 2016 में ब्रिटेन भाग गया माल्या कई बैंकों द्वारा किंगफिशर एयरलाइंस (केएफए) को दिए गए 9,000 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट के मामले में भारत में वॉन्टेड है. मार्च 2016 में ब्रिटेन भाग गया माल्या कई बैंकों द्वारा किंगफिशर एयरलाइंस (केएफए) को दिए गए 9,000 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट के मामले में भारत में वॉन्टेड है. वह भारत में प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है, लेकिन उसके प्रयासों को प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है.
अपने पोस्ट में माल्या ने सरकार के रुख पर सवाल उठाते हुए पूछा, "क्या कोई भी खड़े होकर इस घोर अन्याय पर सवाल उठाएंगा?" उन्होंने किसी भी गलत काम से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने कभी एक भी रुपया उधार नहीं लिया और न ही कोई पैसा चुराया.
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