भोपाल: केन-बेतवा लिंक परियोजना के तहत प्रस्तावित सिंचाई का रकबा बढ़ाया जाएगा. इसके लिए केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है. बता दें कि इस परियोजना के तहत सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिए गुरुवार को एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने केन बेतवा लिंक परियोजना से जुड़े अन्य पहलुओं पर भी चर्चा की. इस दौरान केंद्रीय मंत्री पाटिल ने सीएम यादव को उनके दिए गए प्रस्ताव को पूरा करने के लिए आश्वस्त किया था.
प्रदेश को मिलेंगे 1150 करोड़ रुपये
दरअसल केन-बेतवा लिंक परियोजना के तहत पहले सिंचाई के लिए 90,100 हेक्टेयर रकबा निर्धारित था, लेकिन अब इस परियोजना में सिंचाई का रकबा 2.50 लाख हेक्टेयर किया गया है. सीएम मोहन यादव ने दौधन बांध और लिंक नहर के भू-अर्जन और पुर्नविस्थापन के लिए भी केंद्र से मांग की थी. इस मामले में केंद्रीय मंत्री पाटिल ने जल्द ही 1150 करोड़ रुपये की राशि जारी करने का आश्वासन दिया है.
क्या है केन-बेतवा लिंक परियोजना
केन-बेतवा लिंक परियोजना का 2005 में शुभारंभ हुआ. जिसमें 231.45 लम्बी नदी को नहरों से जोड़ा जाएगा. इस परियोजना से लाभान्वित जिले टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और झांसी हैं. इसी परियोजना के तहत पन्ना टाइगर रिजर्व प्रभावित हो रहा है. अटलजी के कार्यकाल में जब देश की 37 नदियों को आपस में जोड़ने का फैसला लिया गया, उनमें से एक यह भी थी. देश की इन 37 नदियों को आपस में जोड़ने पर 5 लाख 60 हजार करोड़ रुपए व्यय होने का अनुमान लगाया गया था. हालांकि रकबा बढ़ने के बाद इसकी लागत भी बढ़ना तय है.