बुरहानपुर: जिला मुख्यालय से महज 5 किमी दूर फतेहपुर गांव में ताप्ती महिमा आजीविका संगठन यानी महिला स्व सहायता समूह द्वारा बनाए गए, बनाना फाइबर के झूले मथुरा के बांके बिहारी मंदिर और आगरा के ताजमहल तक पहुंच चुके हैं. मथुरा के भक्त बुरहानपुर में बने इन झूलों के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण का पूजन कर रहे हैं. यह मध्य प्रदेश के लिए भी बड़ी उपलब्धि हो सकती है. आगरा के ताजमहल के समीप लगने वाले स्टॉल पर भी झूले व अन्य प्रोडक्ट जैसे इको फ्रेंडली थैलियां, फाइबर बैग आदि पहुंचाए गए हैं.
केले से बने झूलों ने किया आकर्षित
ज्ञात हो कि, अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण में जिले के इंजीनियर और कलाकारों ने अपना योगदान दिया था. दरअसल बांके बिहारी मंदिर के पुरोहित बीते दिनों बुरहानपुर आए थे, उन्होंने उनके रिश्तेदार ताप्ती महिला आजीविका संगठन की अध्यक्ष खुशबू तिवारी के सेंटर का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने यहां केले के रेशों से तैयार होने वाले झूलों को बारीकी से देखा, इन झूलों को देख वह काफी आकर्षित हो गए. वह तुरंत समूह से 20 झूले साथ लेकर गए, इसके बाद 30 झूले भेजने का आग्रह किया था.
ताप्ती महिमा आजीविका संगठन की दीदियों का कमाल
समूह की महिलाओं ने ये आर्डर भी पूरा कर भेज दिया. अब यहां बने झूलों को खूब पसंद किया जा रहा है, इससे ज्यादा झूलों की मांग आई है. महिलाओं का कहना है कि जल्द ओर झूले भेजे जाएंगे. बता दें कि ताप्ती महिमा आजीविका संगठन की दीदियों ने केले के रेशों से इको फ्रेंडली झूले बनाए हैं. यहां बनाए गए झूले अब मथुरा भेजे जा चुके हैं.