मध्य प्रदेश

madhya pradesh

नूरजहां की नजर से नहीं बचते बदमाश, डंडा लेकर संभालती है ट्रैफिक व्यवस्था, कर रही ये गुहार - Burhanpur Sunday Super Market

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 10, 2024, 3:48 PM IST

बुरहानपुर के शौकत मैदान स्थित संडे मार्केट में एक बुजुर्ग महिला नूरजहां कई सालों से अपनी सेवा दे रही है. नूरजहां ट्रैफिक व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखती है. बुजूर्ग महिला के परिवार में एक बेटा है जो मानसिक रूप से विक्षिप्त है. नूरजहां सरकार से रोजगार की गुहार लगा रही है.

SELFLESS SERVICE TRAFFIC MANAGEMENT
हाथों में डंडा ले संभालती हैं ट्रैफिक व्यवस्था (Etv Bharat)

बुरहानपुर: शौकत मैदान में संडे सुपर मार्केट लगती है. इस बाजार में आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग व्यापार और खरीददारी करने पहुंचते हैं. जिससे मार्केट में बहुत भीड़ जम जाती है. इससे ट्रैफिक जाम सहित कई तरह की समस्याओं की आशंका बढ़ जाती है. इसके लिए पुलिस जवान तैनात किए जाते हैं. लेकिन इन सब के बीच एक बुजुर्ग महिला नूरजहां नि:स्वार्थ सुरक्षा कार्य में अपना योगदान दे रही है. वह हाथों में डंडा लेकर महिलाओं की सुरक्षा करती है और बाजार में घूम घूमकर निगरानी करती है.

हाथों में डंडा लेकर संभालती हैं ट्रैफिक व्यवस्था (ETV Bharat)

महिलाओं की सुरक्षा का रखती है ध्यान

संडे बाजार यूनियन अध्यक्ष जाहिद मीर ने बताया कि "नूरजहां करीब 2016 से संडे बाजार में अपनी सेवा दे रही है. ट्रैफिक व्यवस्था के साथ महिलाओं का विशेष ध्यान रखती है. लोगों को व्यवस्थित तरीके से चलने की समझाइश देती है. किसी प्रकार के घटना आदि में पुलिस का भी सहयोग करती है. कोई बदमाश या मनचला मार्केट में बदतमीजी आदि करता है तो पुलिस को सूचना देकर उसे सलाखों के पीछे भेजने में मदद करती है. इसके लिए कुछ दुकान मालिक उसे थोड़े पैसे 5 या 10 रुपए दे देते हैं."

ये भी पढ़ें:

मास्टरों वाला गांव, जहां के युवा IT सेक्टर और सेना में मचा रहे धूम, हर दूसरे घर में मिलेंगे टीचर

एक हाथ में तिरंगा, दूजे हाथ में झाड़ू और गले में रोटी की माला पहनकर कलेक्ट्रेट पहुंचा सफाईकर्मी

बेटा मानसिक रूप से है विक्षिप्त

नूरजहां बी ने बताया कि परिवार में बेटा और वह रहती हैं. बेटा मानसिक रूप से विक्षिप्त है. परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है, जिसके चलते उन्हें काम करना पड़ता है. इस काम के बदले में मिले पैसों से बेटे का इलाज और घर का खर्च चलाती हैं. उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से रोजगार की गुहार लगाई है, जिससे वह अपने परिवार के भरण पोषण सहित बेटे का बेहतर इलाज करा सके.

ABOUT THE AUTHOR

...view details