नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 15 फरवरी से शुरू होकर 20 फरवरी तक चलेगा. बजट सत्र की शुरुआत उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के अभिभाषण से होगा. आम आदमी पार्टी के कार्यकाल में यह दूसरा वर्ष होगा जब मनीष सिसोदिया की जगह वित्त मंत्री आतिशी नए वित्त वर्ष का बजट पेश करेंगी. 16 फरवरी को दिल्ली काबजट पेश किया जाएगा. दिल्ली सरकार ने बजट से संबंधित फ़ाइल उपराज्यपाल को भेज दी है.
गत वर्षों के दौरान दिल्ली सरकार अलग-अलग थीम पर बजट पेश करती आ रही है. पिछले साल के बजट को विकास कार्यों के लिए नाम पर पेश बजट का नाम दिया गया था. इससे पहले 2021-22 में केजरीवाल सरकार ने देशभक्ति थीम पर बजट पेश किया था. वहीं सरकार रोजगार बजट भी पेश कर चुकी है. जिसमें दिल्ली के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने की योजनाओं का जिक्र था.
दिल्ली सरकार की कैबिनेट मंत्री आतिशी वित्त मंत्रालय संभालने के बाद विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर कई बार बजट पर चर्चा की उसके बाद तैयार बजट को मुख्यमंत्री से स्वीकृति मिलने के बाद उपराज्यपाल को भेजा गया है. दिल्ली सरकार का यह प्रगतिशील बजट होगा, इसको लेकर संकेत दिए जा रहे हैं. पिछले 9 वर्षों में दिल्ली सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए अच्छे कार्यों को आगे बढ़ाने का काम इस बार भी दिल्ली सरकार के बजट में जारी रहेगा. स्वास्थ्य क्षेत्र में अभी तक आवंटित बजट से अधिक इस बार बजट में प्रावधान होगा.
आतिशी दिल्ली सरकार में सबसे अधिक विभागों वाली मंत्री है. आतिशी के पास वित्त विभाग, योजना, लोक निर्माण विभाग, बिजली, शहरी विकास, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण, सूचना एवं प्रचार और अन्य सभी विभाग का प्रभार संभाला है जो विशेष रूप से किसी मंत्री को आवंटित नहीं किए गए हैं.
बजट सत्र के हंगामेदार रहने की भी संभावना है. क्योंकि विपक्षी दल बीजेपी विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है. हाल ही में आबकारी घोटाले में ईडी द्वारा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन भेजने, इससे पहले इसी घोटाले में आप सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी और उससे पहले फंसे मनीष सिसोदिया के मामले पर भी सदन में हंगामे होने की पूरे संभावना है.