लाहौल-स्पीति/शिमला: लाहौल-स्पीति जिले के सुदूरवर्ती गांव रारिक को हाईस्पीड 4जी ब्रॉडबैंड की सुविधा प्रदान कर दी गई है. यह जानकारी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दी है. सीएम ने कहा यह उपलब्धि बीएसएनएल के सहयोग से संभव हुई है.
4जी ब्रॉडबैंड की सुविधा मिलने से ठंडे और दूरदराज क्षेत्र के निवासियों को आधुनिक दूरसंचार बुनियादी ढांचे तक पहुंच सुनिश्चित हुई है. इस क्षेत्र में तापमान अक्सर शून्य डिग्री से नीचे चला जाता है और आधुनिक दूरसंचार अवसंरचना तक पहुंच सीमित रहती है.
वीएसएटी तकनीक से स्थापित की गई 4जी साइट
रारिक में स्थापित 4जी साइट को उपग्रह संचार प्रणाली (वीएसएटी) तकनीक का उपयोग करके स्थापित किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस सफलता को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई है क्योंकि हिमाचल प्रदेश 4-जी संतृप्ति परियोजना के तहत भूमि हस्तांतरण के लिए 100 फीसदी अनापत्ति प्रमाण पत्र देने वाला देश का पहला राज्य है.
294 टावर हो चुके हैं कार्यशील
राज्य के संबंधित विभागों से सभी आवश्यक स्वीकृतियां समयबद्ध और व्यवस्थित रूप से प्रदान की गईं, जिससे प्रदेशभर के दूरदराज गांवों में 4जी टावरों की स्थापना संभव हो पाई है, जहां अब तक कवरेज नहीं थी. मुख्यमंत्री ने कहा अब तक 366 वन स्थलों और 46 सरकारी स्थलों के लिए मंजूरी प्रदान की गई है जो कुल 658 स्थानों को कवर करती हैं. अब तक 294 टावर कार्यशील हो चुके हैं. वहीं, 37 अतिरिक्त टावरों पर कार्य प्रगति पर है.
सीएम सुक्खू ने कहा कि सरकार जनजातीय और दूरदराज के क्षेत्रों में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए गुणवत्तायुक्त और उच्च प्रौद्योगिकी सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. वर्तमान सरकार ने जनजातीय और दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के दृष्टिगत अनेक कदम उठाए हैं. प्रदेश सरकार ने ऐतिहासिक पहल करते हुए अपने कार्यकाल के दौरान अप्रैल 2023 में पहला हिमाचल दिवस स्पीति घाटी के काजा में मनाया था.
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