धर्मशाला: आज हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र का पहला दिन शुरू हुआ. इसी दौरान बीजेपी ने धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में सुक्खू सरकार के खिलाफ जन आक्रोश रैली में जमकर प्रदर्शन किया. इस रैली में कांगड़ा और चंबा जिले के भाजपा नेता, विधायक और सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने रैली को संबोधित करते हुए सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि, 'सुक्खू सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में प्रदेश के विकास कार्यों को ठप कर दिया है. इसके बाद भी सरकार के 2 साल का कार्यकाल पूरा होने का जश्न मनाया जा रहा है. हमने जो संस्थान खोले थे उन्हें कांग्रेस ने बंद कर दिया. हिमाचल में कांग्रेस पार्टी के कारण आज ऐसे हालात बन गए कि कर्मचारियों के वेतन और पेंशन के पैसे नहीं है. आउटसोर्स कर्मियों को कांग्रेस सरकार ने घर बिठा दिया. इतना सब होने के बाद बिलासपुर में कांग्रेस ने जश्न के नाम पर 32 करोड़ फूंक दिए. कांग्रेस ने दो साल के कार्यकाल में हिमाचल के लिए क्या किया है. कांग्रेस के दो साल का कार्यकाल उपलब्धि के नाम पर शून्य है. हमारी लड़ाई सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ है और हम सदन के भीतर और बाहर दोनों जगह आवाज उठाएंगे.'
रैली के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विधानसभा का घेराव करने की योजना बनाई थी. हालांकि, पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे और प्रदर्शनकारियों को जोरावर स्टेडियम के बाहर ही रोक दिया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई. जोरावर स्टेडियम के बाहर माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया था. जब भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन नेता प्रतिपक्ष से मिले आदेश के बाद भाजपा के सभी कार्यकर्ता शांत हो गए और माहौल फिर से शांत हो गया. काफी देर तक चले इस विरोध प्रदर्शन को भाजपा ने इसे सरकार के खिलाफ अपने संघर्ष का हिस्सा बताया और कहा कि आने वाले दिनों में विरोध और तेज होगा.