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विजय बैंसला ने अपनी ही सरकार पर लगाया गंभीर आरोप, जानिए पूरा मामला - DEVNARAYAN YOJANA IN DAUSA

विजय बैंसला ने दौसा में देवनारायण योजना में संचालित हॉस्टल का सोमवार को निरीक्षण किया. उन्होंने अपनी ही सरकार की मंशा पर सवाल उठाया.

Devnarayan Yojana in Dausa
दौसा में देवनारायण योजना के हॉस्टल में क्लासरूम का निरीक्षण करते बैंसला. (ETV Bharat Dausa)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 9, 2024, 5:00 PM IST

दौसा:भाजपा नेता और आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने सोमवार को देवनारायण योजना में संचालित हॉस्टल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें कई खामियां मिलीं. इस पर बैंसला ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए. उन्होंने बताया कि देवनारायण योजना का रिव्यू किया था. यहां अभी तक एडमिशन ही नहीं हुए हैं, जबकि सत्र आधा निकल गया. वहीं, मिडटर्म परीक्षाएं 14 दिसंबर से शुरू होने जा रही है.

ऐसे में बड़ा सवाल है कि जो बच्चा अब एडमिशन लेगा, वो मिडटर्म कैसे पास करेगा. बच्चों का भविष्य बिगड़ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि देवनारायण योजना में कोई भी काम तरीके से पूरा नहीं हो पा रहा. वे बोले- मैं सरकार से पूछूंगा, क्या देवनारायण योजना में गुर्जरों और एमबीसी समाज के बच्चों ने पाप कर दिए? जो उनका एडमिशन नहीं हो पा रहा है. देवनारायण योजना हमारे लिए किसी मंदिर से कम नहीं है, जिसे लेकर मैं बहुत गंभीर हूं.

विजय बैंसला ने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Dausa)

अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल: उन्होंने कहा कि पहले हर तीन महीने में देवनारायण योजना का रिव्यू होता था, लेकिन मैंने पिछले दो महीने पहले रिव्यू करने के लिए कहा तो, इनकार कर दिया गया. उन्होंने कहा कि मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि बच्चे मिडटर्म एग्जाम कैसे पास करेंगे जो पढ़ाई 12 महीने की है, उसे सरकार 6 महीने में कैसे पूरी करेगी?

हमारा आरक्षण नवीं अनुसूची के शामिल होना चाहिए:उन्होंने आरक्षण को लेकर कहा कि एमबीसी का आरक्षण नवीं अनुसूची में जाना चाहिए. जब 2019 में हमें आरक्षण मिला था. उसके 15 दिन के अंदर उस समय की सरकार ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी थी, लेकिन अभी ये कार्य हुआ नहीं है. हमारी मांग है कि हमारा आरक्षण नवीं अनुसूची में डालना चाहिए. इससे मामला कोर्ट में ना फंसे. इसलिए वे राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि एमबीसी आरक्षण जल्द नवीं अनुसूची में शामिल किया जाए.

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