गिरिडीहः झामुमो नेता डॉ. सरफराज अहमद द्वारा इस्तीफा देने से खाली हुए गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है. इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन झामुमो की तरफ से उम्मीदवार तय मानी जा रही है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. भाजपा ने इस उपचुनाव के लिए पार्टी के नेता दिलीप वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है.
भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय समिति ने झारखंड व राजस्थान में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी के नाम पर सहमति दी. वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने इसकी घोषणा की. शुक्रवार की शाम को घोषणा होने के बाद दिलीप कुमार वर्मा के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. दिलीप वर्मा के समर्थकों में इसको लेकर खुशी और काफी उत्साह है. समर्थक इसे अपनी पहली जीत बता रहे हैं.
बता दें कि दिलीप कुमार वर्मा मुखिया भी रह चुके हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में वे झारखंड विकास मोर्चा (प्र) की टिकट से वे चुनावी मैदान में उतरे थे लेकिन इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस हार के बाद बाबूलाल मरांडी के साथ वे भाजपा में शामिल हो गए. हाल के कुछ वर्ष से वे लगातार पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं. पार्टी के हर कार्यक्रम में न सिर्फ शामिल रहते बल्कि क्षेत्र में भ्रमणशील भी रहते हैं.
जानिए, कौन हैं दिलीप वर्मा
2015 में दिलीप कुमार वर्मा गिरिडीह सदर प्रखंड के पांडेडीह पंचायत से मुखिया बने. इसके बाद वे सक्रिय राजनीति में आए. गिरिडीह में भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष के रूप में भी दिलीप वर्मा काम कर चुके हैं. दिलीप वर्मा विज्ञान संकाय से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की है. छात्र जीवन से राजनीति के क्षेत्र में करियर बनाने में लगे दिलीप कुमार वर्मा को उम्मीद है कि इस बार उनकी जीत तय है.
गांडेय उपचुनाव में बीजेपी ने दिलीप कुमार वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है. दिलीप कुमार वर्मा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के करीबी माने जाते हैं. यही वजह है कि भाजपा प्रदेश कमेटी में मंत्री पद मिलने के बाद उन्हें चुनाव लड़ने का मौका मिला है. दिलीप कुमार वर्मा 2019 के विधानसभा चुनाव में गांडेय सीट से जेवीएम के टिकट पर चुनाव लड़े थे, जिन्हें महज 8 हजार 952 वोट आया था.