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सीट तो बंट गया लेकिन नहीं सुलझा विवाद, एक सीट पर राजद और कांग्रेस दोनों के नेता दावेदार, किसे मिलेगी जीत? - Purnea Lok Sabha seat controversy

महागठबंधन बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग तो हो गई लेकिन पूर्णिया लोकसभा सीट को लेकर विवाद नहीं सुलझा. राजद कोटे में गई पूर्णिया सीट पर बीमा भारती चुनाव लड़ेगी. राजद उन्हें टिकट दे चुकी है लेकिन इसी सीट से कांग्रेस नेता पप्पू यादव लगातार दावा कर रहे हैं. इन्होंने तो 4 अप्रैल को नामांकन करने भी घोषणा कर दी है. पढ़ें पूरी खबर.

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 29, 2024, 5:38 PM IST

Updated : Mar 29, 2024, 6:22 PM IST

महागठबंधन बिहार
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पटनाः बिहार की 40 सीटों के लिए महागठबंधन में सीट का समझौता हो गया है. राजद के खाते में 26 सीट, कांग्रेस के खाते में 9 सीट और वामपंथी दलों के खाते में 5 सीट गई है. हालांकि पूर्णिया सीट को लेकर उलझे विवाद को नहीं सुलझाया जा सका. अब यह सीट राजद के खाते में गई है लेकिन कांग्रेस नेता पप्पू यादव यहां से लगातार चुनाव लड़ने की घोषणा कर रहे हैं. पप्पू यादव तो यहां से 4 अप्रैल को नामांकन करने की भी घोषणा कर दी है.

कौन होगा पूर्णिया का किंग? :महागठबंधन में पूर्णिया सीट आरजेडी के खाते में गई है, लेकिन पूर्णिया सीट पर कांग्रेस के सिंबल पर पप्पू यादव चुनाव लड़ने की जिद पर अभी अड़े हुए हैं. बीमा भारती भी राजद की टिकट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है. उन्होंने भी 3 अप्रैल को यहां से नामांकन करने की घोषणा कर चुकी है. शुक्रवार को सीट शेयरिंग से पहले पप्पू यादव ने 'X' पर पोस्ट किया"कोसी और सीमांचल जीतकर देश में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे. पूर्णिया में कांग्रेस का झंडा लहराएंगे और राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाएंगे"

विवाद का कारण:पूर्णिया सीट पर विवाद का मुख्य कारण पप्पू यादव हैं. वे यहां से चुनाव लड़ने की तैयारी पिछले दो साल से कर रहे थे. इसको लेकर उन्होंने पूर्णिया में प्रणाम यात्रा निकाली थी. पूर्णिया से चुनाव लड़ने को लेकर ही वे अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय किए, लेकिन विलय के अगले दिन राजद ने रुपौली की विधायक बीमा भारती को अपनी पार्टी में शामिल करवाया और पूर्णिया से चुनाव लड़ने का निर्देश भी दे दिया. अब पप्पू यादव पर संकट छा गया है.

पूर्णिया के साथ मधेपुरा भी राजद के खाते मेंः विवाद तो इस कदर बढ़ गया है कि पूर्णिया के साथ-साथ मधेपुरा भी राजद अपने खाते में डाल ली है. ऐसा माना जा रहा था कि पप्पू यादव का अगर पूर्णिया से बात नहीं बनी तो वे मधेपुरा से चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन यह सीट भी राजद ने ही ले ली. इसलिए यहां से भी टिकट मिलना संभव नहीं है. कहीं ऐसा न हो कि पप्पू यादव को अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करना महंगा पड़ जाए.

विवाद पर बोलने से बचते दिखे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षःपप्पू यादव के पूर्णिया से चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह बचते नजर आए. मीडिया के सवालों का बिना जवाब दिए आगे निकल गए. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व प्रत्याशियों का चयन करेंगे. राजेश राठौर ने पप्पू यादव के चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि पार्टी तय करेगी.

राजद ने कांग्रेस पर फोड़ा ठीकराः राजद का मानना है कि पप्पू यादव का मामला कांग्रेस का निजी मामला है. राजद की प्रवक्ता सारिका पासवान का कहना है कि गठबंधन में सीट का फार्मूला तय हो गया है. किस पार्टी को किस सीट पर चुनाव लड़ना है इस बात को लेकर औपचारिक घोषणा हो गई है.

"पप्पू यादव की पार्टी का विलय कांग्रेस पार्टी में हुआ है अब पप्पू यादव के मामले पर कांग्रेस के नेता ही बता सकते हैं. इसमें हमें बोलने का कोई हक नहीं है."-सारिका पासवान, राजद की प्रवक्ता

सीट बंटवारे पर जदयू का तंज: महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर जेडीयू ने तंज कसा है. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि राजद ने कांग्रेस को राजनीतिक हासिये पर लाकर खड़ा कर दिया है. 40 में से मात्र 9 सीट कांग्रेस को दी गई है. कांग्रेस को उनकी परंपरागत सीट भी नहीं दी गई.

"औरंगाबाद और पूर्णिया कांग्रेस को नहीं दी गई. पूर्णिया के लिए पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में किया लेकिन वह भी सीट आरजेडी ने कांग्रेस को नहीं दिया. अब कांग्रेस पर कौन भरोसा करेगा? सभी सीटों पर एक दूसरे का विरोध करेंगे, जिसका सीधा लाभ NDA को मिलेगा. 40 सीट एनडीए के खाते में जाएगी."-अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता

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Last Updated : Mar 29, 2024, 6:22 PM IST

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