गोपालगंज: बिहार के सिवान, छपरा और गोपालगंज जिलों में जहरीली शराबसे अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. एसपी अवधेश दीक्षित के निर्देश पर पुलिस ने उत्पाद विभाग की टीम के साथ मिलकर बैकुंठपुर, मांझा और बरौली थाना क्षेत्र के दियारे इलाके में ताबड़तोड़ छापेमारी की है. जिसमें भारी मात्रा में देसी शराब बरामद की गई है. पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
गोपालगंज में 140 जगहों पर छापेमारी: जहरीली शराब पीने से मौत के बाद पुलिस ने दो अलग-अलग एसआईटी टीम का गठन किया गया है. शराब की भट्ठियों की पहचान कर उन्हें ध्वस्त किया जा रहा है. पुलिस ने अर्धनिर्मित शराब को नष्ट करने के साथ-साथ शराब बनाने वाले उपकरणों, गैस चूल्हों, ड्रम और गैलनों को भी मौके पर नष्ट कर दिया. पुलिस ने अब तक 140 से अधिक जगहों पर छापेमारी की है. इस दौरान 5,000 लीटर से ज्यादा देसी शराब को नष्ट किया गया है.
दो की मौत से हड़कंप:दरअसल जहरीली शराब ने सारण और सिवान में तबाही मचाने के बाद अब इसकी धमक गोपालगंज में भी देखने को मिलने लगा है. कथित जहरीली शराब पीने से पहले एक व्यक्ति बैकुंठपुर थाना के उसरी गांव निवासी लालदेव मांझी की इलाज के दौरान गोरखपुर में मौत हो गई जबकि उसके बेटे प्रदीप मांझी के आंखों की रोशनी चली गईं. वहीं कुछ ही देर बाद महमदपुर थाना क्षेत्र के बास घाट मसूरिया गांव निवासी लालबाबू राय की भी मौत हो गई. फिलहाल दो मौत होने के बाद प्रशानिक महकमा में हड़कंप मचा हुआ है.
"मृतकों में लालदेव माझी एक शराब कारोबारी रहा है. एक एसआईटी टीम काम कर रही है कि कौन-कौन लोग शराब कारोबारी रहे हैं. शराब कहांं से लायी गयी और कहां बेची गयी थी. वहीं दूसरी टीम लगातार शराब के अड्डों पर घूम-घूम कर छापेमारी कर रही है और शराब बरामद किया जा रहा है. पुलिस छापेमारी कर 5 हजार लीटर से ज्यादा शराब को नष्ट किया है. शराब की बड़ी मात्रा में बरामदगी भी की गई है."-अवधेश दीक्षित, एसपी
पुलिस की सख्त कार्रवाई:गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि शराब माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. निर्माण, भंडारण और सप्लाई करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है.सीमावर्ती जिलों में हुई घटनाओं के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चौकसी बढ़ा दी गई है. शराब के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है.