सहरसा: नेपाल में हुई बारिश के कारण कोसी और गंडक नदी उफान पर है. वीरपुर एवं गंडक बैराज से अत्यधिक पानी के डिस्चार्ज होने के कारण बिहार की अधिकांश नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही गई. बाढ़ के कारण सूबे के लगभग 17 जिलों में बाढ़ की स्थिति है. सहरसा जिले के कई इलाके में बाढ़ का पानी घुस आया है. राहत शिविर कैंप लगाया गया है. शनिवार को सहरसा जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप जायसवाल ने राहत शिविर कैंप का निरीक्षण किया.
बाढ़ पीड़ितों के साथ भोजनः सहरसा जिले के गंडोल पहुंचे बिहार सरकार के भूमि सुधार एवं राजस्व सह प्रदेश अध्यक्ष भाजपा दिलीप जायसवाल ने बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनका हालचाल जाना. जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे राहत शिविर एवं सामुदायिक किचेन का निरीक्षण किया. बाढ़ पीड़ितों को खाना परोस कर खिलाया. भोजन की गुणवत्ता चेक करने के लिए अन्य मंत्री व विधायक के साथ खुद भी भोजन किया.
"आपदा के समय अफरातफरी रहती है. जो समाजसेवी हैं, जो पदाधिकारी हैं वो रात दिन इनलोगों का सेवा कर रहे है. मैने खुद इनलोगों के साथ खाना खाया है और गुणवत्ता देखा जैसे घर मे खाना हमलोग खाते है उसी तरह का भोजन यहां भी खाने को मिला है."- दिलीप जायसवाल, भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री
राहत शिविरों का निरीक्षणः दिलीप जायसवाल ने बताया कि बिहार सरकार के निर्देश पर जो बाढ़ पीड़ितों के लिए जो राहत का कार्य चल रहा है, उसका जिले का प्रभारी मंत्री होने नाते खुद निरीक्षण करने आये हैं. उन्होंने कहा सहरसा जिले में जितने भी शिविर लगाये गये हैं, उन सभी का निरीक्षण किया जाएगा. बाढ़ के पानी में फंसे लोगों के लिए सरकार क्या व्यवस्था कर रही है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो लोग बाढ़ में फंसे हैं, उनलोगों को एनडीआरएफ की टीम निकालने में लगी है.