बिहार

bihar

ETV Bharat / state

'चुनावों में भइया-भाभी, चाचा-चाची..' नौतन के कई गांव टापू में तब्दील, राहत की उम्मीद में पथराई आंखें, सुनाई आप बीती - Bihar Flood

नौतन प्रखंड की शिवराजपुर पंचायत में बाढ़ के पानी ने भारी तबाही मचा दी है. गांव के कई वार्ड पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं, जिससे शिवराजपुर एक टापू में तब्दील हो गया है. पानी के बीच घिरे लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं, और गांव से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है. प्रशासन की नाकामी पर नाराज ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. पढ़ें, विस्तार से.

Shivrajpur village trapped in flood water
नौतन में बाढ़. (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 30, 2024, 4:07 PM IST

बेतियाःगंडक बराज से नदी में छोड़े गए भारी मात्रा में पानी अब दियारा इलाके में फैलने लगा है. बेतिया के नौतन प्रखंड के शिवराजपुर में बाढ़ ने तबाही मचा दी है. शिवराजपुर पंचायत के कई वार्ड में पानी पूरी तरह से घुस गया है. गांव टापू में तब्दील हो गया है. गांव से निकलने का कोई रास्ता नहीं है. जिला प्रशासन के द्वारा ना नाव की व्यवस्था की गई है, ना ही कोई राहत की. ग्रामीण गांव में ही फंसे हुए हैं. शिवराजपुर पंचायत की आधी आबादी बाढ़ में फंसी हुई है, लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं आया.

पानी में लोग फंसे हुए हैंः ईटीवी भारत की टीम नाव से रास्ते शिवराजपुर पंचायत के वार्ड में पहुंची है. इस वार्ड में आने के लिए कोई रास्ता नहीं हैं. कुछ लोग प्राइवेट नाव से सुरक्षित स्थान की ओर रवाना हुए हैं, लेकिन अधिकांश लोग अभी भी फंसे हुए हैं. कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बीमार हैं, उनके लिए स्वास्थ्य की कोई व्यवस्था नहीं है. वह जिला प्रशासन से राहत का इंतजार कर रहे हैं. लोगों नाव मिलने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि जो लोग गांव में फंसे हुए हैं वह गांव से बाहर निकल सके.

नौतन में बाढ़. (ETV Bharat)

प्रशासन के लिए आक्रोशः प्रशासन के द्वारा अभी तक राहत कार्य शुरू नहीं किये जाने से लोगों में आक्रोश है. एक व्यक्ति ने कहा कि "चुनाव के समय जब नेता को वोट लेना होता है तो हम लोग चाचा, भइया, भाभी बन जाते हैं. वो कहते हैं कि हम उनके भाई हैं, किसी को चाचा तो किसी को भाभी कहकर बुलाते हैं. लेकिन, इस वक्त जब हमलोग फंसे हुए हैं तो किसी को भी हमारी याद नहीं आ रही है." वहीं कुछ लोगों का कहना था कि प्रशासन को राहत शिविर शुरू किया जाना चाहिए.

नाव से बाहर निकलते लोग. (ETV Bharat)

राहत की जोह रहे वाट: स्थानीय लोगों का कहना था कि उन्होंने यहां के अंचलधिकारी, जिला प्रशासन के कई अधिकारियों को फोन किया लेकिन कोई भी अधिकारी अभी तक नहीं पहुंचे हैं. एक नाव की भी व्यवस्था नहीं की गयी है जिससे बीमार लोगों का इलाज कराया जा सके. गांव की तस्वीर जिला प्रशासन की लापरवाही को बयां कर रही थी. गांव से बाहर जाने का कोई साधन नहीं होने के कारण लोग आवश्यक वस्तुओं के लिए भी मोहताज हैं. लोग राहत की बाट जोह रहे हैं.

बीमार महिला. (ETV Bharat)

इसे भी पढ़ेंः

ABOUT THE AUTHOR

...view details