गया:बिहार में उपचुनाव को लेकर प्रचार का अंतिम दौर चल रहा है. उर्दू के प्रसिद्ध शायर, कांग्रेस नेता सह राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने बेलागंज विधानसभा क्षेत्र के राजद प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह के समर्थन में मुस्लिम बाहुल्य गांव बाड़ा में सभा की. इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने शेरो शायरी से भाजपा और जदयू पर तंज कसा. भाजपा के 'बंटोगे तो कटोगे' वाले बयान पर कांग्रेस के सांसद ने अपनी शेरो शायरी से प्रतिक्रिया दी.
शेरो शायरी से प्रतिक्रियाःकांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा 'चाक है जिगर, फिर भी आए हैं रफू कर के, जाएंगे हक़ीक़त से तुमको रूबरू करके, प्यार की इससे बड़ी और मिसाल क्या होगी, हम नमाज पढ़ते हैं गंगा में वजू करके'सांसद ने कहा कि उपचुनाव में वोट सिर्फ राजद प्रत्याशी को नहीं दे रहे हैं, बल्कि राहुल गांधी की मुहिम और उनका नारा 'नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान' को मजबूत करने के लिए भी दे रहे हैं.
इमरान प्रतापगढ़ी, कांग्रेस सांसद. (ETV Bharat) "भाजपा के लोग कहते हैं कि बंटोगे तो कटोगे, ये मुसलमानों के खिलाफ नफरत फ़ैलाने की साजिश है. 'मोहब्बत भाईचारे के दीवाने दिन ही लौटा दो, वो सस्ती दाल सब्जी के सोहने दिन ही लौटा दो."-इमरान प्रतापगढ़ी, कांग्रेस सांसद
पीएम मोदी को लेकर पीके पर तंजः इमरान प्रतापगढ़ी ने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर को भी आड़े हाथों लेते हुए उनके चुनावी चिन्ह पर तंज कसा. कहा कि आपको लगता है कि बस्ते में किताबें रखी हैं, तो आप गलतफहमी के शिकार हैं. अगर वह बस्ता किताब वाला होता तो 2014 में ही नरेंद्र मोदी की डिग्री चेक कर लिया होता. देश को नहीं बताया बल्कि देश को बताया कि यह देश की सेवा करेगा. दस सालों से देश झेल रहा है तो उसकी बुनियाद में इसी साहब का हाथ है.
सभा में मौजूद लोग. (ETV Bharat) वक्फ संशोधन बिल पर जेडीयू को घेराः वक्फ संशोधन बिल पर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए कहा कि जब संशोधन बिल संसद में पेश हो रहा था तब उस वक्त नीतीश कुमार की पार्टी इस बिल के समर्थन में खड़ी थी. लेकिन डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव अपने धर्मनिरपेक्ष साथियों के साथ इस बिल के विरोध में खड़े हो गए. विरोध में आवाज बुलंद की. उन्होंने मुस्लिमों को वक्फ बिल का समर्थन करने वाली पार्टियो के खिलाफ खड़े होने की अपील की.
राहुल-लालू का हाथ होगा मजबूतः इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि यह सिर्फ उपचुनाव नहीं है, बल्कि यह 2025 चुनाव का टेस्ट है. उपचुनाव में जीत होती है तो राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव का हाथ मजबूत होगा. जब लालकृष्ण आडवाणी समझ रहे थे कि उनके रथ के घोड़े की लगाम कोई नहीं पकड़ सकता, तब लालू यादव ने सरकार को दांव पर लगाकर उनके रथ को रोक दिया. उन्होंने कहा कि बिहार वह प्रदेश है जो हवा में उड़ती चिड़िया के पड़ को पहचान लेता है.
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