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क्या बेलागंज में होगा खेला?, प्रचार के दौरान एक साथ दिखे जन सुराज और राजद प्रत्याशी

बेलागंज विधानसभा उपचुनाव में एक नया मोड़ आने की संभावना है. जन सुराज और राजद प्रत्याशियों की मुलाकात के बाद खेला होने की चर्चा है.

बेलागंज में एक साथ दिखे जन सुराज और राजद प्रत्याशी
बेलागंज में एक साथ दिखे जन सुराज और राजद प्रत्याशी (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 3, 2024, 2:29 PM IST

गयाः बिहार विधानसभा उपचुनावको लेकर प्रचार चरम पर है. सुबह से देर रात तक प्रचार में प्रत्याशी लगे हैं. इसी दौरान एक वीडियो सामने आ रही है जिसमें राजद प्रत्याशी डॉ विश्वनाथ सिंह और साथ जन सुराज प्रत्याशी मोहम्मद अमजद साथ दिख रहे हैं. इस वीडियो के सामने आते ही तरह-तरह की चर्चा होनी शुरू हो गई है.

प्रचार के दौरान एक साथ दिखेःयहवीडियो बेलागंज क्षेत्र के धनावा गांव में 27 अक्टूबर की शाम का है. इसमें देखा जा सकता है की गले में फूलों का हार पहने हुए विश्वनाथ सिंह बैठे हैं. कई लोग कुर्सी पर बैठे हुए हैं. इस में जन सुराज के प्रत्याशी मोहम्मद अमजद भी हैं. विश्वनाथ सिंह कुछ बोल रहे हैं, जिसको अमजद गौर से सुन रहे हैं.

बेलागंज में प्रचार के दौरान एक साथ दिखे जन सुराज और राजद प्रत्याशी (ETV Bharat)

पुरानी बातों को याद कर रहे लोगः इन मुलाकात के बाद बिहार विधानसभा चुनाव 2015 को याद किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि ऐसी ही एक मुलाकात ने वर्षों पुरानी राजनीतिक रंजिश को भुलाकर अमजद और सुरेन्द्र यादव को एक कर दिया था. ऐसे में क्या एकबार फिर बेलागंज में खेला होने वाला है. इसको लेकर सियासी खिचड़ी पकनी शुरू हो गयी है.

2015 में क्या हुआ था?2015 विधानसभा चुनाव में सुरेंद्र प्रसाद यादव से मोहम्मद अमजद की मुलाकात हुई थी. सुरेंद्र यादव ने मोहम्मद अमजद को अपनी गाड़ी में बैठा लिया था. अमजद के समर्थक नाराज भी हुए थे. क्षेत्र में तरह-तरह की अफवाह भी उड़ी थी, हालांकि 2015 में अमजद खुद प्रत्याशी नहीं थे क्योंकि जदयू का गठबंधन राजद कांग्रेस से था. यहां से राजद की टिकट पर सुरेंद्र यादव प्रत्याशी थे जबकि एनडीए से हम पार्टी के प्रत्याशी शारीम अली थे

एक दूसरे के राजनीतिक विरोधीः उस वक्त अमजद जदयू में थे लेकिन आज तक क्षेत्र में 2015 के इस मामले की चर्चा होती है. चर्चा इसलिए भी होती है क्योंकि मोहम्मद अमजद राजद नेता और बेलागंज के पूर्व विधायक सुरेंद्र यादव के घोर राजनीतिक विरोधी रहे हैं. राजद प्रत्याशी सुरेंद्र प्रसाद यादव को बेलागंज क्षेत्र से चुनाव में कड़ी चुनौती अमजद से ही मिलती थी.

क्या हो खेला हो सकता है? जब जब अमजद उनके खिलाफ चुनाव लड़े थे तब तब सुरेंद्र प्रसाद यादव की जीत की मार्जिन का वोट कम रहा है. इस बार अमजद तो चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन खुद सुरेंद्र प्रसाद यादव प्रत्याशी नहीं है बल्कि उनके पुत्र डॉ विश्वनाथ सिंह राजद के प्रत्याशी हैं. अमजद जन सुराज के प्रत्याशी हैं. ऐसे में इस मुलाकात से ऐसा लग रहा है कि खेला होगा.

'मिलना कोई गुनाह नहीं?': जन सुराज के प्रत्याशी मोहम्मद अमजद ने पूछे जाने पर कहा कि चुनाव-प्रचार के दौरान धनावा गांव में राजद प्रत्याशी विश्वनाथ यादव से भेंट हुई. विश्वनाथ आए और उनका पैर छुए. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि 'मिल नहीं सकते क्या?', उन्होंने कहा कि किसी से मिलना कोई गुनाह नहीं है. हालांकि इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि यहां जनसुराज के लिए कोई चुनौती नहीं है.

"जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी, रौकी यादव, सुरेंद्र प्रसाद यादव मिलने आएंगे तो क्या हम नहीं मिलेंगे. मिलना कोई गुनाह नहीं है. हमारी चुनावी चुनौती किसी से नहीं है. सुरेंद्र प्रसाद यादव के बेटा विश्वनाथ सिंह उनसे काफी दूर हैं."-मोहम्मद अमजद, जन सुराज के प्रत्याशी

क्या बोले राजद सांसदः राजद सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव कहा कि अमजद उनके भाई हैं. दो बार उनके कारण चुनाव में जीत मिली है. कहा कि आज भी न्योता, खाना-पीना, खुशी-गम एक साथ मनाते हैं. जब तक हम जिंदा हैं यह सब चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि जहां तक राजद प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह और मोहम्मद अमजद के बीच की मुलाकात का मामला है तो मेरे बेटा विश्वनाथ का अमजद सेकेंड अब्बा हैं.

"अमजद मेरे बेटा विश्नाथ के सेकेंड अब्बा हैं. अगर बाप बेटे में भेंट हो जाए तो इसमें क्या गलत है. उन्होंने दो बार हमें चुनाव जिताया है. उनके खाना-पानी, सुख-दुख सब है. जब तक जिंदा रहेंगे तब तक रिश्ता बना रहेगा."-सुरेंद्र यादव, राजद सांसद

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