भोपाल: मध्य प्रदेश में महात्मा गांधी के जन्मदिवस यानि गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस के अवसर पर 2 अक्टूबर को स्वच्छता पखवाड़े का समापन किया गया. इस अवसर पर राजधानी के कुशाभाउ ठाकरे सभाहाल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें सीएम डॉ मोहन यादव के साथ सहकारिता और खेल मंत्री विश्वास सारंग, मंत्री कृष्णा गौर और भोपाल सांसद आलोक शर्मा के साथ अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के संबोधन को भी लाइव टेलीकास्ट के जरिए दिखाया गया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने सफाईकर्मियों का सम्मान किया साथ ही नगरीय निकायों में 685 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का डिजिटली शुभारंभ किया गया.
सीएम ने अपने संबोधन में उज्जैन अतिथियों का किया जिक्र
2 अक्टूबर को प्रदेश भर के नगरीय निकायों और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता पखवाड़े के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस दौरान उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम में राजधानी से सीएम यादव को जोड़ा गया. इस अवसर पर सीएम ने उज्जैन नगर निगम की सफाईकर्मियों से बात की और उन्हें बधाई दी. वहीं सीएम ने अपना भाषण शुरू करते हुए उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे अतिथियों को संबोधित करने लगे. यह देखकर कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर के मंच पर उपस्थित सभी जनप्रतिनिधि अचंभित होकर सीएम की ओर देखने लगे. इसके तुरंत बाद ही सीएम को अपनी गलती का अहसास हुआ और इसके बाद उन्होंने यहां पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भाषण शुरु किया.
मंत्री कृष्णा गौर की फिसली जुबान
विमुक्त, घुम्मकड़ और अर्धघुम्मकड़ जनजाति मंत्री कृष्णा गौर ने अपने भाषण की शुरुआत करने से पहले मंच पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने सांसद आलोक शर्मा को भोपाल का महापौर बताते हुए संबोधित किया. हालांकि गलती का अहसास होने पर उन्होंने अपनी बात में सुधार करते हुए शर्मा को पूर्व महापौर कहा. इस मामले में सीएम डॉ यादव ने भी चुटकी ली. उन्होंने अपना भाषण शुरू करने से पहले मंच पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कृष्णा गौर लंबे समय तक महापौर रही हैं. इसलिए उनके मन में महापौर शब्द रचा बसा है.
भोपाल को मिले 125 कचरा कलेक्शन वाहन
कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में सीएम डॉ यादव ने सिंगल क्लिक के जरिए 125 सीएनजी डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाहनों को हरी झंडी दिखाई. सीएम यादव ने बताया कि वर्तमान में 12 लाख से अधिक घरों को सीवेज नेटवर्क से जोड़ने का काम चल रहा है. इसका उद्देश्य पीने योग्य साफ पानी तथा स्वच्छ और हरित वातावरण को बढ़ाना है. वर्तमान में 413 नगरीय निकायों और 5 केंट क्षेत्रों में अमृत योजना के तह जलापूर्ति और सीवेज से संबंधित काम किए जा रहे हैं. सीएम ने इस दौरान सफाईकर्मियों से वर्चुअली बात भी की.