भोपाल: मध्यप्रदेश में अगस्त महीने में जोरदार बारिश हुई. इस बारिश ने पिछले पांच सालों का रिकार्ड तोड़ दिया. मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में अगस्त महीने में कभी कम तो कभी तेज बारिश होती रही है, लेकिन इस बार प्रदेश में लगातार बारिश का सिलसिला जारी रहा. जैसे एक सप्ताह या इससे अधिक कहीं भी सूखा मौसम नहीं रहा, बल्कि झमाझम बारिश का दौर जारी रहा. वहीं सितंबर महीने में औसत बारिश होने की संभावना है.
पहले 2 सप्ताह के बाद कमजोर होगा सिस्टम
मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि "अगस्त महीने में प्रदेश में कहीं औसत तो कहीं ज्यादा बारिश हुई. यदि पूरे एमपी के औसत बारिश की बात करें तो यह सामान्य से 18 प्रतिशत अधिक है. वहीं सितंबर महीने में पहले 2 सप्ताह तक बारिश होती रहेगी. इसके बाद तीसरे सप्ताह से बारिश थमने की संभावना है." डॉ. सिंहने बताया कि "दक्षिणी और पश्चिमी एमपी में 2 सप्ताह तक अधिक बारिश होने की संभावना है. वहीं पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से कम बारिश होगी."
मंडला में सबसे अधिक और रीवा में हुई कम बारिश
एमपी में अब तक 34.2 इंच बारिश हो चुकी है. यह पूरे मानसून सीजन का 91 प्रतिशत है. यदि प्रदेश में 3.1 इंच पानी और गिरा तो एमपी में सामान्य बारिश का आंकड़ा पार हो जाएगा. अब तक मानसून की बात करें तो मंडला में सबसे अधिक 47.2 इंच और रीवा में सबसे कम 22.3 इंच बारिश हुई. वहीं सबसे अधिक वर्षा वाले जिलों में मंडला के अलावा सिवनी, सीधी, डिंडौरी, श्योपुर, भोपाल, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम और सागर में 40 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है.
1 सितंबर को 25 जिलों में तेज बारिश अलर्ट
मौसम विभाग ने 1 सितंबर को 25 जिलों में तेज बारिश होने की चेतावनी जारी की है. इसमें सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम और बैतूल में भारी बारिश का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है. जबकि श्योपुर, गुना, अशोक नगर, विदिशा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना और सिवनी में तेज बारिश की चेतावनी दी गई है. वहीं भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश के साथ गरज-चमक की संभावना है.