बैतूल: मध्य प्रदेश के बैतूल जिला कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने देर रात 12 बजे कृषि उपज मंडी में मंडी प्रबंधन के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है. दरअसल, कृषि उपज मंडी में इन दिनों मक्का और सोयाबीन की बंपर आवक हो रही है. किसान मालवाहक वाहनों में अपनी उपज लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन मंडी प्रबंधन ने शनिवार शाम से ही मंडी परिसर के मेन गेट को बंद करा दिया था. शाम से रात हो गई, लेकिन गेट खोला नहीं गया.
आधी रात अधिकारियों के साथ मंडी पहुंचे कलेक्टर
मंडी परिसर के बाहर सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई. किसान सड़कों पर वाहन लेकर इंतजार करते-करते थक गए और जब उनके सब्र का बांध टूटा तो हंगामा शुरू कर दिया. किसानों ने गेट खुलवाने को लेकर कलेक्टर से संपर्क किया. हालात बिगड़ते देख रविवार देर रात कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी अधिकारियों के साथ मंडी पहुंचे और मंडी प्रबंधन को फटकार लगाते हुए सबसे पहले गेट खुलवाया. इसके बाद किसानों के वाहनों को मंडी परिसर में दाखिल कराया गया. जिला कलेक्टर ने इस दौरान मंडी सचिव को कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. जिसके बाद कलेक्टर ने एसडीएम को मंडी सचिव के विरुद्ध जांच करने के आदेश दिए.
किसानों ने मंडी प्रबंधन पर लगाए आरोप
बैतूल में मंडी प्रबंधन की मनमानी से रोजाना किसान परेशान होते हैं. किसानों के आरोप हैं कि मंडी के अंदर प्रबंधन की मिलीभगत से शेड्स पर व्यापारियों का एकतरफा कब्जा होता है, जिस वजह से किसानों की एंट्री रोकी जाती है. इसी वजह से किसान कई घंटों तक मंडी के बाहर सड़कों पर अपनी उपज लेकर खड़े रहने को मजबूर हो जाते हैं. कई बार मौसम खराब होने से किसानों को भारी नुकसान और तकलीफें झेलनी पड़ती है.