पटना: सनातन धर्म में पूर्णिमा का विशेष महत्व है. आज शनिवार को माघ पूर्णिमा 2024की मौके पर श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान करने के साथ भगवान से सुख-समृद्धि की कामना करेंगे. इस मौके पर आचार्य ने बताया कि माघी पूर्णिमा शनिवार को मनाई जाएगी. माघ माह की पूर्णिमा तिथि का शुरुआत शुक्रवार को दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर हो गई है और इसका समापन शनिवार को 6 बजे शाम को होगा.
निसंतान को मिलता है संतान सुख: आचार्य मनोज मिश्रा ने बताया कि माघी पूर्णिमा को लेकर शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं. इस दिन नारायण और मां लक्ष्मी की पूजा विधि विधान के साथ किया जाए तो निसंतान को संतान की प्राप्ति होती है. उनके घर में सुख-समृद्धि और शांति का वातावरण बना रहता है. साल में 12 पूर्णिमा होती है. माघी पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपने पूर्ण स्वरुप में रहने के कारण सबसे ज्यादा ताकतवर होता है. इस दिन स्नान पूजा पाठ और दान का बहुत ही विशेष महत्व है. जो लोग स्नान करने के बाद दान करते हैं उसका दोगुना फल प्राप्त होता है.
"माघ पूर्णिमा के दिन सूर्योदय के समय गंगा में स्नान करना चाहिए, जो लोग गंगा नदी में स्नान नहीं कर पाए तो वह शुद्ध जल या तालाब पोखर में भी गंगाजल डालकर स्नान कर इस दिन का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं. स्नान के बाद सूर्य देवता को जल अर्पित करें और भगवान नारायण लक्ष्मी की पूजा करें. रोली,अक्षत, चंदन फुल चढ़ाकर पूजा करने के बाद कपूर या घी का दीपक जलाकर आरती करें."- मनोज मिश्रा, आचार्य