बड़वानी:आज भले ही हम चांद पर पहुंच गए हों, लेकिन ग्रामीण इलाके आज भी अंधविश्वास के भ्रम जाल में फंसे रहते हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि ग्रामीणों क्षेत्रों से कई ऐसे मामले सामने आते हैं, जहां ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ न लेकर झाड़-फूंक और तांत्रिक का सहारा लेते हैं. बड़वानी जिला अस्पताल में एक अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला है. यहां सर्पदंश के शिकार युवक को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, लेकिन अस्पताल में इलाज नहीं बल्कि झाड़-फूंक किया जा रहा है.
अस्पताल में होने लगा झाड़-फूंक
पिछड़े क्षेत्रों में आज भी लोग इस तरह से इलाज करवाते हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण बड़वानी जिला अस्पताल में देखने को मिला है. बड़वानी जिला अस्पताल में सर्पदंश के शिकार एक युवक राकेश को भर्ती कराया गया था. राकेश बड़वानी के आदिवासी विकासखंड पाटी के ग्राम बोरकुण्ड का रहने वाला है. वहीं तांत्रिक-रैलायंगा महाराज द्वारा उसका झाड़-फूंक किया जाने लगा. तांत्रिक कभी मंत्र पढ़ता तो कभी युवक के कान में फूंक मारने लगता, लेकिन सांप के काटने से बदहवास 30 वर्षीय युवक राकेश बेहोश दिखाई दिया.
तांत्रिक बोला-सांपों का जहर उतारता हूं
मीडिया को देखकर अस्पताल में मौजूद डॉक्टर मौके पर पहुंचे और युवक को तुरंत भर्ती करवाकर उसका इलाज शुरू किया. युवक की हालत खतरे के बाहर बताई जा रही है. युवक पर झाड़-फूंक करने वाले तांत्रिक रैलायंगा महाराज ने बताया कि 'वो ग्राम अन्तरसभा का रहने वाला है. उसने कहा कि मैंने सर्पदंश से पीड़ित कई लोगों की जान बचाई है और अच्छे-अच्छे सांपों का जहर उतारा है. यह लोग भी मेरे पास आए थे और उन्होंने मुझसे सांप का जहर उतारने की बात कही थी. इसलिए मैं यहां पर आया और अपना काम कर रहा हूं. मैंने अपने तंत्र मंत्र से उसकी जान बचाई और अब वो सुरक्षित है.'