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बलौदाबाजार के साहित्यकार कौशिक मुनि त्रिपाठी को मिला विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान - BALODABAZAR NEWS

बलौदाबाजार के साहित्यकार कौशिक मुनि त्रिपाठी को साहित्यिक कार्यों के लिए सम्मान मिला है.

KAUSHIK MUNI TRIPATHI
कौशिक मुनि त्रिपाठी का सम्मान (ETV Bharat Chhattisgarh)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Feb 26, 2025, 10:49 AM IST

Updated : Feb 26, 2025, 11:11 AM IST

बलौदाबाजार: जिले के प्रतिष्ठित साहित्यकार कौशिक मुनि त्रिपाठी को नेपाल में आयोजित विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान 2025 समारोह में शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया. यह समारोह नेपाल के प्रमुख संस्थान शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया था. इस आयोजन में विभिन्न देशों से करीब 100 प्रतिभाशाली व्यक्तियों को उनके क्षेत्र में बेहतरीन कार्यों के लिए सम्मानित किया गया, जिनमें कौशिक मुनि त्रिपाठी का नाम भी शामिल था.

कौशिक मुनि त्रिपाठी का सम्मान: कौशिक मुनि त्रिपाठी को उनके साहित्यिक कार्यों के लिए यह सम्मान मिला है. उनकी सैकड़ों रचनाएं देश-विदेश की प्रमुख पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में प्रकाशित हो चुकी हैं. वे कई प्रमुख साहित्यिक सम्मानों से भी नवाजे जा चुके हैं. त्रिपाठी की चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनकी रचनाएं न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर सराही जा रही हैं.

कौशिक मुनि त्रिपाठी का सम्मान (ETV Bharat Chhattisgarh)

समारोह का महत्व और उद्देश्य: यह सम्मान समारोह नेपाल की राजधानी काठमांडू में हुआ, जिसमें नेपाल, भारत, अमेरिका, तंजानिया और अन्य देशों के विशिष्ट व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया. इस समारोह का उद्देश्य नेपाल भारत मैत्री संबंधों को और मजबूत करना, देवनागरी लिपि का संरक्षण करना और नेपाली तथा हिंदी भाषाओं को दोनों देशों के बीच मित्रता की भाषा के रूप में स्थापित करना था. यह आयोजन साहित्यिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था.

कौशिक मुनि त्रिपाठी को नेपाल में मिला सम्मान (ETV Bharat Chhattisgarh)

समारोह में अन्य पुरस्कारों का वितरण:विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह में कुल 5000 आवेदकों में से 100 व्यक्तियों को उनके अद्वितीय योगदान के लिए चुना गया था. इस चयन प्रक्रिया में न केवल साहित्यकारों, बल्कि विज्ञान, कला, संगीत, शिक्षा, समाजसेवा और अन्य विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को भी सम्मानित किया गया. भारत, नेपाल, अमेरिका, तंजानिया, रूस, मलेशिया, श्रीलंका, और कई अन्य देशों से चयनित व्यक्तित्व इस मंच पर सम्मानित हुए.

काव्य सम्मेलन का आयोजन:समारोह के अंतिम सत्र में एक भव्य काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें कई प्रसिद्ध कवियों और लेखकों ने अपनी रचनाओं को प्रस्तुत किया. साहित्यकारों ने अपनी कविता, गीत और निबंध के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए और समारोह में उपस्थित दर्शकों ने उनकी प्रस्तुतियों का भरपूर आनंद लिया. इस काव्य सम्मेलन ने आयोजन को और भी खास बना दिया और साहित्य की महत्ता को दर्शाया.

साहित्य की शक्ति का प्रतीक: साहित्यकार कौशिक मुनि त्रिपाठी की रचनाओं में समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया गया है, जिसमें मानवाधिकार, समानता और शांति के मुद्दे प्रमुख हैं. उनकी काव्य रचनाओं और लेखनी ने उन्हें एक सशक्त साहित्यकार के रूप में स्थापित किया है. जिन्होंने न केवल बलौदा बाजार बल्कि पूरे देश और विदेश में अपनी पहचान बनाई है.

साहित्यिक कार्यों के लिए सम्मान (ETV Bharat Chhattisgarh)

साहित्यकार की प्रतिक्रिया और सम्मान: सम्मान प्राप्त करने के बाद, कौशिक मुनि त्रिपाठी ने इस सम्मान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह सम्मान मेरे लिए एक व्यक्तिगत उपलब्धि से कहीं अधिक है. यह मेरे पाठकों और साहित्य प्रेमियों का समर्थन है, जिन्होंने मेरी रचनाओं को सराहा और उन्हें अपना प्रेम और आशीर्वाद दिया. इस सम्मान को मैं उन सभी लेखकों और साहित्यकारों को समर्पित करता हूं, जिन्होंने साहित्य की दुनिया में अपने विचारों से परिवर्तन लाने का प्रयास किया."

जिला शिक्षा अधिकारी ने किया सम्मानित:साहित्यकार कौशिक मुनि त्रिपाठी को इस सम्मान के बाद, उनके जिले बलौदा बाजार में जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय ने भी सम्मानित किया. जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया, जिसमें त्रिपाठी को उनकी साहित्यिक उपलब्धियों के लिए प्रशस्ति पत्र दिया गया. हिमांशु भारतीय ने त्रिपाठी की साहित्यिक उपलब्धियों पर गर्व जताते हुए कहा, "यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है, बल्कि यह हमारे जिले और क्षेत्र की साहित्यिक धरोहर का भी प्रतीक है."

समारोह का संचालन और उपस्थित लोग:इस भव्य सम्मान समारोह का संचालन आचार्य खेमचंद यदुवंशी शास्त्री ने किया. समारोह में कुल 200 लोग उपस्थित थे, जिसमें साहित्यकार, लेखक, कलाकार और अन्य प्रमुख समाजसेवी शामिल थे. सभी उपस्थित लोगों ने इस कार्यक्रम की सफलता पर खुशी जाहिर की और इसे सांस्कृतिक आदान-प्रदान और साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया.

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Last Updated : Feb 26, 2025, 11:11 AM IST

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