बालाघाट.कहतें हैं कि राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता. फिलहाल यह बात बालाघाट की राजनीति में अपना दबदबा कायम रखने वाले मुंजारे दम्पत्ति पर बिल्कुल फिट बैठती नजर आ रही है. पूर्व सांसद कंकर मुंजारे (Kankar Munjare) फिलहाल बसपा की टिकट पर बालाघाट सिवनी संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार हैं, जबकि पत्नी अनुभा मुंजारे (Anubha Munjare) बालाघाट की विधायक हैं. मजे की बात यह है कि पत्नी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर विधानसभा में जीत दर्ज कर चुकी हैं लेकिन कंकर मुंजारे एकला चलो की तर्ज पर ही चलते रहे. वहीं अब लोकसभा चुनाव (Loksabha election 2024) में जब उन्होंने हाथी की सवारी कर ली तो पति-पत्नी के बीच जंग छिड़ गई.
19 अप्रैल तक झोपड़ी में रहेंगे पूर्व सांसद
पति-पत्नी के बीच ये राजनीतिक जंग इतनी तेज हो गई कि सात जन्मों का साथ निभाने का वादा करने वाले, एक दूसरे को घर छोड़ने तक कि बातें कहने लगे. आखिरकार ऐसी परिस्थिति निर्मित हुई कि पूर्व सांसद ने अपना ही घर छोड़ दिया और अब जंगल किनारे झोपड़ी में शरण ले ली है. घर छोड़ने के बाद कंकर मुंजारे ने कहा, ' राजनीति में सुचिता जरूरी, हम सिद्धांतों की राजनीति करते हैं. एक घर में दो अलग-अलग पार्टियों के चुनावी कार्यक्रम नहीं हो सकते.'
शुक्रवार रात घर से समेटा बोरिया-बिस्तर
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से पूर्व सांसद व बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे का उनकी पत्नी बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे से चुनाव को लेकर विवाद चल रहा था. इसी बीच दोनों के घर छोड़ने की बातें चल रही थीं. आखिरकार 5 अप्रैल की रात कंकर मुंजारे ने अपना ही घर छोड़ ही दिया. मुंजारे ने अपने वाहन में अपना जरूरी सामान रखा और अपने घर को 19 अप्रैल तक के लिए अलविदा कह दिया. घर छोड़ने के दौरान वे काफी भावुक नजर आए.