गैरसैंण:बदरीनाथ हाईवे मलबा और बोल्डर आने से बार-बार बंद रहा है. जोशीमठ के जोगीधारा में बोल्डर आने से बंद हो गया था. जिसे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने अब वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया है. इससे पहले हाईवे को पैदल और हल्के वाहनों के लिए खोला गया था. अब हाईवे से बड़े वाहन भी गुजरने लगे हैं. यह हाईवे चार दिनों बाद खुला है. वहीं, हाईवे बाधित होने फंसे तीर्थयात्रियों की प्रशासन हर संभव मदद कर रहा है. प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों के आवास और भोजन की व्यवस्था की गई.
बदरीनाथ हाईवे पर आवाजाही (फोटो सोर्स- चमोली पुलिस) बता दें कि बीती 9 जुलाई से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जोशीमठ के पास बोल्डर आने और चट्टान दरकने से बंद हो गया था. जिसे अब वाहनों के लिए खोल दिया गया है. इससे पहले वाहनों की आवाजाही के लिए हाईवे को खोलने का काम युद्ध स्तर पर किया गया. बीआरओ की टीम अभी भी हाईवे को पूरी तरह से खोलने में जुटी है. वहीं, कई दिनों से बंद हाईवे के खुलने के बाद तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है.
वहीं, दूसरी ओर बदरीनाथ हाईवे के बाधित होने से दोनों ओर फंसे तीर्थयात्रियों के लिए प्रशासन की ओर से स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से भोजन और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की गई. साथ ही तीर्थयात्रियों के आवास की भी व्यवस्था की गई. भोजन के पैकेट भी लोगों को बांटे गए. चमोली डीएम हिमांशु खुराना ने बताया कि पैदल आवाजाही कर रहे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए मौके पर एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं.
हाईवे बंद होने से जहां बदरीनाथ-हेमकुंड साहिब आने और जाने वाले यात्रियों काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था तो वहीं आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति भी ठप हो गई थी. जोशीमठ नगर के साथ आस पास के गांवों का संपर्क मुख्य बाजार से कट गया था. हालांकि, लोग पैदल पगडंडियों के सहारे आर-पार हो रहे थे. हालांकि, अभी भारी वाहनों की आवाजाही के लिए इंतजार करना होगा. सड़क खुलने पर यात्रियों और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है.
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