औरंगाबादः बुधवार को पूरे बिहार में संतान की लंबी आयु की कामना से जितिया पर्व मनाया जा रहा है, लेकिन इस पर्व पर औरंगाबाद जिले के कई घरों में मौत का मातम देखने को मिला. जिले के दो प्रखंडों में हुए हादसों में 8 बच्चों की डूबने से मौत हो गयी. ये हादसे तब हुए जब बच्चे जितिया पर्व को लेकर तालाबों में नहाने गये थे.
बारुण प्रखंड के ईटहट गांव में 4 बच्चों की मौतः जानकारी के मुताबिक एक दर्दनाक हादसे में जिले के बारुण प्रखंड के ईटहट गांव में चार बच्चों की मौत डूबने से हो गयी, जबकि एक बच्ची का इलाज चल रहा है. मृतकों में निशा कुमारी, पिता गौतम सिंह उम्र 12 साल, अंकु कुमारी, पिता गौतम सिंह उम्र 11 साल, चुलबुली कुमारी, पिता गुड्डू सिंह उम्र 12 साल, लाजो कुमारी, पिता मनोरंजन सिंह उम्र 10 साल है. वहीं 16 साल की राशि कुमारी का इलाज औरंगाबाद के सदर अस्पताल में चल रहा है. मृतकों में निशा और अंकु सगी बहन थीं.
मदनपुर प्रखंड के कुसहा में 4 बच्चों की मौतः वैसा ही दूसरा दर्दनाक हादसा मदनपुर प्रखंड के कुसहा गांव में हुआ जब नहाने के दौरान 4 बच्चे डूब गये. बताया जाता है कि कुसहा गांव के पास उड़ाही किए हुए आहर में करीब 15 बच्चे नहाने चले गये थे.आहर में दलदल होने के कारण बच्चे उसमे फंस गये और 4 बच्चे उसमें डूब गये.
ग्रामीणों ने बचाने की कोशिश कीः बच्चों के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण वहां पर इकट्ठे हो गये और फंसे हुए बच्चों को निकालने लगे, लेकिन 4 बच्चों को नहीं बचाया जा सका. मृतकों की पहचान कुसहा गांव निवासी वीरेंद्र यादव की 13 वर्षीय पुत्री सोनाली कुमारी, युगल यादव की 12 वर्षीय पुत्री नीलम कुमारी, उपेंद्र यादव के 8 वर्षीय पुत्र अंकज कुमार और सरोज यादव की 15 वर्षीय पुत्री राखी कुमारी के रूप में हुई.