नई दिल्ली:दिल्ली में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब भाजपा नेताओं ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के सीएम आवास खाली कराने के आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा नेताओं का कहना है कि, आतिशी को 'आप' सरकार की अचीवमेंट बतानी चाहिए, वो दिल्ली की समस्याओं से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही हैं. बीजेपी के जिन नेताओं अपनी प्रतिक्रिया दी है, उनमें सांसद मनोज तिवारी, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा शामिल हैं.
मनोज तिवारी ने आतिशी को घेरा:भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "चुनाव के समय आतिशी को अपनी सरकार के 10 साल की उपलब्धि बताना चाहिए, लेकिन वो दिल्ली की जनता की सारे दुख और आपदा को छुपाकर शीशमहल की चर्चा करा रही हैं. आतिशी को पहले से वो घर अलॉट हो चुका है, लेकिन एक-दो महीने से वो वहां पर गई नहीं, क्योंकि जाने से पहले 10 दिन के लिए वो घर सरकार को देना पड़ेगा और वो देना नहीं चाहती हैं, इसलिए शायद पीडब्ल्यूडी ने उनके घर का आवंटन रद्द किया है."
"प्रधानमंत्री के लिए एक घर बनाया जा रहा है, और आप बिना किसी परेशानी के इसे देख सकते हैं. लेकिन क्या आप 'शीश महल' जा सकते हैं? क्या आपका वहां स्वागत है? हमें शीश महल जाना चाहिए; शायद तब हम समझ पाएंगे कि मुख्यमंत्री आवास कैसा दिखना चाहिए."-हिमंत बिस्वा सरमा, मुख्यमंत्री, असम
नाटक कर रही हैं सीएम आतिशी: मनोज तिवारी ने ये भी कहा, "अभी भी समय है कि उनके घर को कानूनन सरकार को सुपुर्द करना चाहिए, इसके बाद कानूनन घर मिलना होगा तो मिलेगा. उस घर पर केस चल रहा है. सीएजी की रिपोर्ट आ गई है, जिसके बाद जो भी जांच एजेंसी होगी, उसको रिपोर्ट देना है. आतिशी नाटक कर रही हैं और ये दिल्ली की जनता यह जान चुकी है.
तीन-चार महीने में सबूत तो नहीं मिटा दिए?:पत्रकारों को बुधवार सुबह 11 बजे शीश महल दिखाने की बात करने वाले 'आप' नेता संजय सिंह के बयान पर तिवारी ने कहा, "जब शीशमहल का मुद्दा उठा, उस समय भी निमंत्रण मिल सकता था. कहीं ऐसा तो नहीं है कि तीन-चार महीने में वो अंदर के सबूत को मिटा दिए और इसलिए अब लोगों को दिखाना चाहते हैं. दिल्ली की जनता पूछना चाहती है कि अब तक क्या छुपा रहे थे, जिसे अब दिखाना चाहते हैं."
""दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी किसी भी तरह से बंगले के विवाद को जिंदा रखना चाहती हैं, लेकिन वह अपने दायरे से बाहर नहीं निकल रही हैं. मथुरा रोड पर जो बंगला उन्हें सरकार ने आवंटित किया है, वह वहां नहीं रहती हैं, लेकिन वह उसे खाली भी नहीं करना चाहती हैं. मंत्री बनने के बाद से उन्हें मथुरा रोड वाला बंगला मिला है, लेकिन वह वहां नहीं रहती हैं, वहां नेमप्लेट लगी है, और सबको पता है कि वहां कौन रहता है, दिल्ली की जनता भी जानती है."-वीरेंद्र सचदेवा, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष
सीएम आवास को लेकर आतिशी का आरोप:आतिशी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, "बीजेपी ने तीन महीने में दूसरी बार मुझे सीएम आवास से बेदखल किया, लेकिन मैं दिल्ली की जनता को यह बताना चाहती हूं कि घर छीनने से हमारा काम नहीं रुकेगा. अगर जरूरत पड़ी, तो मैं दिल्ली के किसी भी नागरिक के घर में रहकर उनकी सेवा करूंगी. मैं दुगनी स्पीड और दुगने जज्बे से काम करूंगी." बीजेपी को यह भ्रम नहीं पालना चाहिए कि वह उनके परिवार को परेशान करके या घर छीनकर दिल्ली के विकास कार्यों को रोक सकती है. हम दिल्ली वालों के दिलों में रहते हैं. मुख्यमंत्री आवास की हमें जरूरत नहीं है."
दिल्ली चुनाव के तारीखों का ऐलान:उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. राष्ट्रीय राजधानी की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में 5 फरवरी को मतदान प्रस्तावित है. वहीं, सभी सीटों के नतीजे एक साथ 8 फरवरी को सामने आएंगे.