जमशेदपुरःकोल्हान प्रमंडल के पोटका विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को भाजपा की परिवर्तन यात्रा कार्यक्रम आयोजित की गई. जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और भाजपा नेता चंपाई सोरेन जमकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा.
हेमंत सरकार को आदिवासी विरोधी बताया
पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि वर्तमान झारखंड सरकार आदिवासी विरोधी है.सत्ता की लालच में संघर्ष करने वाले नेता चंपाई सोरेन का अपमान किया है. उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान सरकार आदिवासी की बात करती है, लेकिन आदिवासी को ही बर्दाश्त नहीं कर रही है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि चंपाई सोरेन ऊपर से टपके थे क्या? क्या वो आदिवासी के बेटे नहीं थे? उनकी कुर्सी खाली करा कर खुद कुर्सी पर बैठ गए. जनजातीय समाज को ही बेइज्जत करने का काम सरकार कर रही है.
आदिवासियों से सरकार को मतलब नहीं
अर्जुन मुंडा ने कहा कि राज्य सरकार को आदिवासियों से मतलब नहीं है. इन्हें सिर्फ निजी स्वार्थ और अवैध कमाई से मतलब है तो बाकी का क्या सोचेगी. उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन सिर्फ सत्ता का परिवर्तन नहीं है, बल्कि जनता के मौलिक अधिकारों का परिवर्तन है. ये जनता के सपनों, उनके बच्चों के भविष्य को कैसे बेहतर बनाएं इस बात का परिवर्तन है.
युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही सरकार
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व वादा किया था कि पांच लाख नौकरी देंगे. लेकिन 600 बहाली निकाल कर पांच लाख लोगों को मैदान में दौड़ाया. जिसमें 17 लोग मारे गए हैं. उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि युवाओं की हत्यारी है सरकार, युवाओं के साथ खिलवाड़ी कर रही है सरकार, मां-बाप के सपनों को चकनाचूर कर रही है ये सरकार.
आदिवासी-मूलवासी का अस्तित्व खतरे मेंः चंपाई
वहीं सभा को संबोधित करते हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि जिस धरती पर 1855 में सिदो कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो ने साम्राज्यवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और हमारे हजारों पूर्वजों ने अपनी कुर्बानी दी थी. उसके बाद संथाल परगना का अधिनियम बना. आज झारखंड के आदिवासी-मूलवासी का अस्तित्व संकट में हैं.
पीएम मोदी में घुसपैठ रोकने का दम
उन्होंने कहा कि यह समस्या बांग्लादेशी घुसपैठ से उत्पन्न हुई है. इस दौरान चंपाई सोरेन ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ एक बार फिर संघर्ष किया जाएगा. साथ ही चंपाई ने कहा कि यदि बांग्लादेशी घुसपैठ को किसी में रोकने का दम है तो वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में है.