देहरादून: राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक यानी नाबार्ड कृषि और ग्रामीण विकास के लिए निरंतर प्रयास करता रहता है, ताकि सेब और कीवी के काश्तकारों को बागवानी के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके. इसी क्रम में आज नाबार्ड की ओर से आईटी पार्क स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में सेब महोत्सव 1.0 का आयोजन किया गया.
हर्षिल घाटी के सेबों की हुई खूब बिक्री: प्रदर्शनी में नाबार्ड संपोषित कृषि उत्पादन संगठन और जनजातीय विकास परियोजनाओं के उत्पाद विपणन के लिए लाए गए थे. महोत्सव में हर्षिल घाटी (उत्तरकाशी) के ए ग्रैंड रॉयल डिलीशियस और गोल्डन डिलीशियस सेब, जो आमतौर पर निर्यात किए जाते हैं और स्थानीय बाजार में उपलब्ध नहीं होते हैं, उन सेबों को लोगों ने जमकर खरीदा. इसके अलावा कपकोट के जैविक तरीके से उत्पादित की गई कीवी, गुड़, खंडसारी पाउडर, तेल ,शुद्ध घी, चकराता क्षेत्र के राजमा, अखरोट और मंडुआ की भी बिक्री हुई.