चंडीगढ़: इसी साल 5 अक्टूबर की बात है. हरियाणा विधानसभा चुनाव का मतदान खत्म होते ही अनिल विज का बयान आया. उन्होंने अपने जूनियर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाये जाने पर एक बार फिर नाराजगी जताई और खुद को सबसे सीनियर बताते हुए सीएम पद पर खुलेआम दावा ठोंका और पत्रकारों से कहा कि अगर पार्टी ने चाहा तो अगली मुलाकात सीएम आवास पर होगी. लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जब 20 अक्टूबर की आधी रात को मंत्रालयों का बंटवारा किया तो अनिल विज को ज्यादा मिलने के बजाय जो पहले था वो भी ले लिया गया. उन्हें पहले के मुकाबले छोटे मंत्रालय दिए गये.
सीएम से नाराजगी के बाद घटा अनिल विज का कद
2024 विधानसभा चुनाव में बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ वापस लौटी तो अनिल विज को उम्मीद थी की उन्हें मुख्यमंत्री बनाये जाने पर शायद पार्टी विचार करे लेकिन सीएम पद की बजाय उनका पुराना कद भी घटा दिया गया. अनिल विज से गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय दोनों ले लिया गया. और उन्हें ऊर्जा और परिवहन मंत्रालय में समेट दिया गया.
2019 में बढ़ा था कद, मिला गृह मंत्रालय
अनिल विज मनोहर लाल खट्टर के पहले कार्यकाल यानि 2014 में स्वास्थ्य मंत्री थे. इसके अलावा उनके पास स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के साथ ही खेल एवं युवा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी थी. इसके बाद 2019 में उन्हें स्वास्थ्य के साथ-साथ गृह मंत्रालय देकर उनका कद बढ़ा दिया गया. लेकिन 12 मार्च 2024 को अचान नायब सैनी के सीएम बनने के ऐलान के बाद उन्होंने खुलेआम उनका विरोध किया. वो विधायक दल की मीटिंग में भी शामिल नहीं हुए और सरकारी गाड़ी छोड़कर अंबाला चले गये थे. उन्हें मनाने के लिए नायब सैनी और मनोहर लाल खट्टर दोनों पहुंचे थे लेकिन वो नहीं माने. उसके बाद सीएम पद पर दावा ठोंकने के बावजूद उनसे गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय छीनकर छोटे मंत्रालय दिए गये.
नायब सैनी को जूनियर बताकर किया विरोध
अनिल विज ने कहा था कि, 2009 से 2014 तक मैं बीजेपी के विधायक दल का नेता था. मैने ही कांग्रेस के खिलाफ भ्राष्टाचार के मामले निकाले थे. मैने ही कांग्रेस को उखाड़कर फेंका था. उसके बाद भी मैने कभी कोई दावा नहीं किया. लेकिन अब जो ये अदला-बदली हुई है. तब भी मैने कोई क्लेम नहीं किया. लेकिन जब मनोहर लाल जी को हटाकर बहुत ही जूनियर आदमी को बना दिया गया. तो सारे हरियाणा में एक चर्चा फैली कि अनिल विज क्यों नहीं. तो हमारे लोगों ने ही जवाब दिया कि अनिल विज भी ठीक है. अच्छा वर्कर है. उसे भी बना सकते थे लेकिन वो बनना नहीं चाहता. मैने उस बात का जवाब दिया था कि मैने कभी इनकार नहीं किया. मांगा नहीं तो इनकार भी नहीं किया.
'अगली मुलाकात सीएम आवास में होगी'
अनिल विज ने आगे कहा कि अगर पार्टी मुझे मुख्यमंत्री बनायेगी तो मैं हरियाणा की तकदी भी बदल दूंगा. हरियाणा की तस्वीर भी बदल दूंगा. और अगली मुलाकात अगर पार्टी ने चाहा तो मुख्यमंत्री आवास में होगी. लेकिन 2024 में जब जब सरकार बनी तो अनिल वोज से गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय लेकर उन्हें पहले के मुकाबले छोटे मंत्रालय दे दिए गये.