कुरुक्षेत्र: हरियाणा में स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियां 1 जनवरी से लेकर 15 जनवरी तक कर दी गई है. ऐसे में सर्दियों की छुट्टियों के समय बच्चे अपने माता-पिता के साथ कहीं घूमने जाना चाहते हैं तो उनको हरियाणा से बाहर जाने की जरूरत नहीं. हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में ही ऐसे कई पर्यटक स्थल हैं, जहां बच्चे खूब इंजॉय कर सकते हैं. हालांकि कुरुक्षेत्र जिले को धार्मिक दृष्टि से प्रमुख माना जाता है, लेकिन यहां दो से तीन दिन का फैमिली ट्रिप भी कर सकते हैं. यहां बच्चों के लिए कईं पिकनिक स्पॉट और मनोरंजन के स्थान मौजूद है. कुरुक्षेत्र के मुख्य पर्यटक स्थल इस प्रकार है.
एशिया का सबसे बड़ा पॉन्ड ब्रह्मसरोवर : कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर के लिए जाना जाता है, जिसका इतिहास महाभारत से जुड़ा हुआ है. कुरुक्षेत्र में महाभारत की लड़ाई लड़ी गई थी. यहां पर पर्यटकों के लिए ब्रह्म सरोवर काफी आकर्षक का केंद्र रहता है, जहां हजारों पर्यटक आकर एंजॉय करते हैं. ये एशिया का सबसे बड़ा पॉन्ड भी है जो अपने आप में काफी अनोखा है.
वहीं, ब्रांच रोड के बीच पुरुषोत्तम पुरा बाग में श्री कृष्ण और अर्जुन का रथ भी बनाया गया है, जहां श्री कृष्ण की ओर से अर्जुन को महाभारत युद्ध के दौरान गीता का उपदेश देते हुए दर्शाया गया है.
पैनोरमा और श्री कृष्ण संग्रहालय : बच्चों के लिए ही नहीं, बड़ों के लिए भी कुरुक्षेत्र में घूमने के स्थान है. यहां पर पैनोरमा और श्री कृष्ण संग्रहालय पर्यटकों को लुभाते हैं. पैनोरमा में साइंस से जुड़ी चीजों को दर्शाया गया है. वहीं पैनोरमा के पहले तल पर महाभारत के दृश्य दिखाए गए हैं. यहां पर हर महीने लाखों पर्यटक भ्रमण करते हैं. श्री कृष्ण संग्रहालय एक म्यूजियम है. यहां पर पुरानी चीजों को संजो कर रखा गया है. यहां पर प्राचीन ग्रंथ भी धरोहर के तौर पर रखे गए हैं.
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में धरोहर : हरियाणा के सबसे पुरानी और पहली यूनिवर्सिटी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में भी पर्यटकों के लिए विशेष तौर पर धरोहर बनाया गया है, जहां पर हरियाणा की संस्कृति को दर्शाया गया है. यहां पर पहले तल पर हरियाणा के स्वतंत्रता सेनानी और सैनिक जिन्होंने देश को स्वतंत्र करने के साथ-साथ देश की रक्षा करने के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं, उनका भी एक फोटो गैलरी म्यूजियम बनाया गया है. वहीं दूसरे तल पर हरियाणा की संस्कृति को दर्शाया गया है. ये कह सकते हैं कि धरोहर में एक मिनी हरियाणा को दर्शाया गया है, जिसमें उसकी प्राचीन संस्कृति, पहनावा, खानपान इत्यादि को काफी बारीकी से दिखाया गया है.
1857 की क्रांति का म्यूजियम : धरोहर के पास ही 1857 की क्रांति का म्यूजियम बनाया गया है. 1857 की क्रांति की शुरुआत कैसे हुई थी और उसमें किन-किन स्वतंत्रता सेनानियों ने भाग लिया था, उसको म्यूजियम में दर्शाया गया है.
हरियाणा का ताजमहल- शेख चिल्ली का मकबरा : अगर पर्यटक कुरुक्षेत्र में घूमने के लिए आते हैं तो उनके लिए हरियाणा का ताजमहल कहे जाने वाले शेखचिल्ली के मकबरे में जरूर जाना चाहिए. हरियाणा के इस प्राचीन मकबरे को संगमरमर के पत्थरों से बनाया गया है. इसी के साथ एक टीला भी है. मकबरे के पीछे राजा महाराजाओं के समय की बावड़ियां भी आपको देखने को मिलेगी.
कल्पना चावला तारामंडल : कुरुक्षेत्र में बच्चों के लिए कल्पना चावला तारामंडल भी काफी चर्चित है. यहां लाखों पर्यटक जाकर तारामंडल को देखते हैं. यहां पर कल्पना चावला की जीवनी को दर्शाया गया है. वहीं बताया गया है कि कैसे एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष पर जाते हैं और रिसर्च करते हैं.
कुरुक्षेत्र का पिपली चिड़ियाघर : बच्चे चिड़ियाघर को सबसे ज्यादा पसंद करते हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर स्थित पिपली चिड़ियाघर बच्चों के साथ बड़ों का भी पसंदीदा बनता जा रहा है. यहां विभिन्न प्रजातियों के पशु पक्षी आपको देखने को मिलेंगे.
ज्योतिसर में श्री कृष्ण के विराट रूप का लाइटिंग शो : ज्योतिसर में भगवान श्री कृष्ण के विराट रूप को दर्शाया गया है. यहां शाम को लाइटिंग शो भी होता है जो काफी मनमोहक दृश्य पैदा करता है. भगवान श्री कृष्ण के 10 अवतारों को लाइटिंग के जरिए इस शो में दिखाया जाता है. इसी के साथ एक म्यूजियम भी बनाया जा रहा है जिसका एक भाग का उद्घाटन करके उसको शुरू कर दिया गया है. वहां पर एडवांस टेक्नोलॉजी से महाभारत के दृश्य को दर्शाया गया है. यहां पर भी बच्चे खूब इंजॉय कर सकते हैं.
कुरुक्षेत्र के विशेष मंदिर : वैसे तो कुरुक्षेत्र में कदम-कदम पर अनेक धार्मिक स्थल और तीर्थ स्थल हैं, जिसके चलते धार्मिक दृष्टि से भी कुरुक्षेत्र में कई घूमने की जगह है. हरियाणा का एकमात्र शक्तिपीठ मां भद्रकाली मंदिर की इलाके में काफी मान्यता है. अगर बच्चे अपने माता-पिता के साथ कुरुक्षेत्र घूमने आ रहे हैं तो इस मंदिर में दर्शन जरूर करें.
कुरुक्षेत्र का स्थानेश्वर मंदिर : इसके नाम से ही कुरुक्षेत्र का नाम पड़ा है. यहां पर विश्व के सबसे पहले शिवलिंग की स्थापना खुद हुई थी. इस मंदिर की भी काफी मान्यता है.
महाकालेश्वर मंदिर : महाकालेश्वर मंदिर कुरुक्षेत्र में एक प्रमुख धार्मिक मंदिर है, जहां महाकाल के दर्शन करने से अकाल मृत्यु दोष दूर होता है.
तिरुपति बालाजी मंदिर : कुरुक्षेत्र में तिरुपति बालाजी का मंदिर है. ये भी साउथ में बने तिरुपति बालाजी मंदिर के मॉडल के रूप में यहां पर बनाया गया है.
कुरुक्षेत्र में दो से तीन दिन की छुट्टियां यहां आसानी से कोई भी बिता सकता है. पर्यटन स्थलों के अलावा धार्मिक स्थलों का भी दौरा किया जा सकता है.
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