आचार्य प्रमोद कृष्णम के निष्कासन पर संतों मे गुस्सा नई दिल्ली/गाजियाबाद:कांग्रेस पार्टी ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. हालांकि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस पार्टी के निष्कासन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राम और राष्ट्र से समझौता नहीं. श्री पंचतंत्र नाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत नारायण गिरी का कहना है कि प्रमोद कृष्णम के निष्कासन को लेकर श्री पंच दशनाम जुड़ा अखाड़े ने निंदा प्रस्ताव पास किया है.
श्री पंचतंत्र नाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत नारायण गिरी ने कहा कि कांग्रेस लगातार भगवान राम और सनातन का अपमान करती आई है. कोई भी राजनीतिक पार्टी सनातन और राष्ट्र से बड़ी नहीं हो सकती है. आचार्य प्रमोद कृष्णम राष्ट्र और सनातन के प्रति समर्पित रहे हैं. पार्टी से संत को निष्कासित करना एक संत का अपमान है. आने वाले महीना में कांग्रेस पार्टी के संत और सनातन का अपमान करने का फल मिलेगा.
श्री महंत नारायण गिरी ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के नेता लगातार सनातन और भगवान राम को नकारते आए हैं. कांग्रेस पार्टी के नेता पहले भी भगवान राम की अस्तित्व पर सवाल खड़े करते रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर में हुई प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का निमंत्रण भी ठुकराया और जब आचार्य प्रमोद कृष्णम प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल हुए तो उनको तीन हफ्ते बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.
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महंत नारायण गिरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सनातन का अपमान कर आगे बढ़ना चाहती है लेकिन ऐसा संभव नहीं है. श्री पंच दशनाम नाम जूना अखाड़े का मत है कि समस्त भारत में किसी भी संत का अपमान नहीं होना चाहिए. संत का अपमान जूना अखाड़ा सहन नहीं करता है. यदि किसी संत का अपमान होता है तो यह अखाड़ा उसका जवाब भी देता है. श्री पंच दशनाम नाम जूना अखाड़े ने कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए आचार्य प्रमोद कृष्णम के अपमान पर निंदा प्रस्ताव पास किया है.
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