रांची: जल जीवन मिशन योजना के क्रियान्वयन को लेकर सदन में जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला. भाजपा विधायक अनंत कुमार ओझा ने कहा कि इस योजना के नाम पर लूट मची हुई है. राजमहल में महज 40 प्रतिशत घरों तक पेयजल पहुंचा है. विभागीय मंत्री ने कहा कि जुडको के तहत राजमहल में पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. साहिबगंज में जल जीवन मिशन के तहत 2,81,734 घरों में नल से जल पहुंचाना है. अभी तक 45.81 प्रतिशत घरों तक पानी पहुंच चुका है. इस पर सवाल उठाते हुए अनंत ओझा ने कहा कि मंत्री के दावे को मैं चुनौती देता हूं. योजना के नाम पर बंदरबांट हो रहा है. इसकी जानकारी सीएम को भी दी गयी थी.
विभागीय मंत्री ने कहा कि राजमहल में 37467 घरों तक पानी पहुंचाना है. उसकी तुलना में 19299 घरों तक पानी पहुंच चुका है. बुधवा में 56995 की तुलना में 28007 घरों में पानी पहुंच चुका है. मंत्री ने स्वीकार किया कि साहिबगंज में 17436 घरों में पानी पहुंचाना है. इसकी तुलना में 1000 से कुछ ज्यादा घरों तक ही पानी पहुंचा है. इसको सरकार गंभीरता से देख रही है.
विभागीय मंत्री ने कहा कि राज्य में 62.48 लाख ग्रामीण परिवारों को शुद्ध जलापूर्ति करना है. इसकी तुलना में अब तक 33.75 लाख घरों तक शुद्ध जलापूर्ति की जा चुकी है. यह लक्ष्य का 54.20% है. मंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग बार-बार कहते हैं कि जल जीवन मिशन योजना पीएम मोदी की देन है लेकिन इनको जानना चाहिए कि इस योजना में 60% राशि राज्य सरकार देती है. जनता से जो 10% लेना है, वह राशि भी राज्य सरकार देती है. राज्य सरकार की पूरी मशीनरी लगी रहती है.
इस मसले पर सवाल जवाब के बीच काफी खींचतान हुई. जुगसलाई के विधायक ने गोविंदपुर योजना का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार के कार्यकाल में यह योजना आई थी. लेकिन इसमें जमकर घालमेल हुआ है. इसकी जांच होनी चाहिए. विधायक सीपी सिंह ने मंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि तांतनगर योजना में संवेदक के साथ किसकी सांठगांठ थी. जवाब में मंत्री ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए मैं खुद संवेदकों को चेताता रहता हूं. गड़बड़ी पर कार्रवाई भी की जा चुकी है.