रांचीः भाजपा ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए एक और नारा बुलंद किया है. पीएम मोदी ने झारखंड की धरती से "रोटी-बेटी-माटी की पुकार, झारखंड में अबकी बार एनडीए सरकार" का नारा दिया है. पीएम अपने एक दिवसीय दौरे में पलामू, गढ़वा और चाईबासा में चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने देश के साथ-साथ झारखंड के ज्वलंत मुद्दों को आम लोगों के सामने रखा.
पलामू में भले ही उन्होंने पलमुआ अंदाज में अपने भाषण का आगाज किया. इसके बाद उनके सभी रैलियों में उनके भाषण में रोटी, बेटी और माटी पर सबसे ज्यादा जोर रहा. इसके साथ ही उन्होंने युवाओं को लेकर भी कई बातें कहीं. इसके साथ ही केंद्र द्वारा झारखंड को दिये जा रहे पैसों का जिक्र करते हुए भी उन्होंने स्थानीय तौर पर विकास न होने का आरोप प्रदेश की हेमंत सरकार के माथे पर मढ़ दिया. पीएम मोदी के भाषण को लेकर बारीकी से देखेंगे तो पीएम ने प्रदेश के सभी मुद्दों को हवा देकर राज्य सरकार के साथ साथ पूरे इंडिया गठबंधन को घेरने का प्रयास किया.
"रोटी-बेटी-माटी की पुकार, झारखंड में अबकी बार एनडीए सरकार"
पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा रोटी, बेटी, माटी का नारा ये दर्शाता है कि उन्होंने अपने भाषण झारखंड में बढ़ रही घुसपैठ और इससे प्रदेश की आदिवासियों महिलाओं की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ को एक साथ दर्शाने का प्रयास किया. संथाल में बढ़ रही घुसपैठ को लेकर उन्होंने हेमंत सरकार और इंडिया गठबंधन पर कड़ा प्रहार किया. पीएम ने कहा कि झामुमो, कांग्रेस, राजद तुष्टीकरण कर रहे हैं. बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाया जा रहा है. तीज-त्यौहारों में पत्थरबाजी हो रही है. बेटियों के साथ शादी के नाम पर छल कपट होने लगे तो पता चलता है कि पानी सिर के उपर से गुजरने लगा है. अपने भाषण में उन्होंने प्रदेश में हालिया घटनाओं का भी हवाला दिया.
महिलाओं और युवाओं पर ज्यादा फोकस
पीएम नरेंद्र मोदी ने झारखंड भाजपा के संकल्प पत्र को अपनी गारंटी बताते हुए झामुमो, कांग्रेस और राजद पर जमकर हमला बोला. पीएम ने गोगो दीदी योजना के साथ साथ मुफ्त सिलेंडर और तीन करोड़ घर बनाने की गारंटी दी. इसके साथ ही उन्होंने युवाओं के लिए रोजगार और सरकारी नौकरी के नए द्वार खोलने की भी गारंटी दी है. प्रदेश में हालिया घटनाओं को लेकर उन्होंने कहा कि झारखंड के नौजवानों के लिए बेरोजगारी भत्ता देने का झामुमो, कांग्रेस, राजद ने वादा किया था लेकिन वादा पूरा नहीं किया, उन्हें सजा मिलनी चाहिए. झारखंड में पेपर लीक, भर्तियों में धांधली एक उद्योग बन गया है. सिपाही भर्ती के दौरान सरकार की लापरवाही के कारण कई नौजवानों की मौत हो गयी.