अलवर: शहर से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बाला किला पर प्रदेश का पहला वेपन म्यूजियम तैयार हो गया है, लेकिन इसे अभी तक पुरातत्व विभाग का संरक्षण मिलने का इंतजार है. नगर विकास न्यास ने इस म्यूजियम को तैयार करने में 40 लाख रुपए खर्च किए हैं, लेकिन विभागीय संरक्षण के अभाव में यह म्यूजियम अभी तक शुरू नहीं हो सका है. हालांकि, प्रतिदिन बाला किला स्थित वेपन म्यूजियम को देखने सैकड़ों पर्यटक पहुंच रहे हैं, लेकिन इसकी औपचारिक शुरुआत नहीं होने के कारण म्यूजियम में रखे हथियारों की जानकारी पर्यटकों को नहीं मिल पा रही है और सरकार को भी इससे राजस्व नहीं मिल रहा है.
औपचारिक शुरुआत का इंतजार :वेपन म्यूजियम की औपचारिक शुरुआत से पहले पुरातत्व विभाग की टीम द्वारा इसका सर्वे किया जाना है. अभी तक इस सर्वे के पूरा होने का इंतजार है. अलवर के पूर्व जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र सोनी के प्रयासों से इस म्यूजियम का निर्माण हुआ. इसके लिए खर्च की राशि का इंतजाम नगर विकास न्यास द्वारा किया गया और निर्माण कार्य भी पूरा कराया गया. अब संचालन की जिम्मेदारी पुरातत्व विभाग को सौंपनी है. नगर विकास न्यास ने इस संबंध में पुरातत्व विभाग को पत्र भेजे हैं, लेकिन अभी तक विभाग ने इसे अपने नियंत्रण में नहीं लिया है.